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फर्जी समिति बनाकर बेच रहे पोलीपाथर में प्लॉट..पुलिस अधीक्षक के……

पुलिस अधीक्षक के समक्ष पहुँची शिकायत

जबलपुर (जयलोक)
सन १९९८ में मान्यवर जनजाति गृह निर्माण समिति पोलीपाथर के अध्यक्ष के निधन के बाद उक्त समिति का परीसमापन हो चुका है। लेकिन उसके बाद कुछ लोगों ने इस समिति के फर्जी और सदस्य बनकर राजस्व रिकॉर्ड में खसरा नंबर ५८ के प्लॉट नंबर ९ को १२ बनाकर छेडख़ानी की और उसी प्लाट को अलग अलग दो लोगों को विक्रय अनुबंध कर दिया गया। जिसकी शिकायत कलेक्टर, एसडीम, तहसीलदार सभी के समक्ष की गई थी। जाँच के उपरांत नायब तहसीलदार ने गौरीघाट थाना प्रभारी को पत्र लिखकर यह स्पष्ट किया था कि प्रथम दृष्टिया जाँच में दस्तावेजों में छेडख़ानी करना प्रतीत हो रहा है। अत: आप शिकायत के संबंध में विस्तृत कार्रवाई करना सुनिश्चित करें। इस पत्र को लिखे महीना हो चुके हैं उसके बावजूद भी अभी तक छेड़छाड़ और धोखाधड़ी करने का प्रयास करने वालों पर पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया है। जाँच के नाम पर मामले को लटकाया जा रहा है।
शिकायतकर्ता जानकी देवी विश्वकर्मा ने पुलिस अधीक्षक को प्रेषित शिकायत में कहा है कि विवादित संपत्ति पर राजकमल चक्रवर्ती लडक़े लेकर आया था और पूर्व में भी कब्जा करने का प्रयास कर चुका है। अभी भी आए दिन वह रहने वाले लोगों को धमका कर कब्जा करने की बात करता है और लोगों को डराता है। पीडि़त शिकायतकर्ता महिला ने बताया कि राजकमल को उक्त भूमि से गरीबों को हटाकर कब्जा करने का ठेका मिला है और वह आए दिन यहां कब्जा करने का प्रयास करता रहता है। शिकायतकर्ता जानकी देवी ने बताया कि उसे राजकमल से जान का खतरा भी है जिसकी शिकायत वो पूर्व में पुलिस को दे चुकी है। उक्त भूमि का विवाद न्यायालय के समक्ष विचाराधीन है। न्यायालय जो निर्णय करेगा वह सभी को मान्य होगा। लेकिन इस भूमि पर गुंडागर्दी कर कब्जा करने वालों को तत्काल रोका जाए और नयाब तहसीलदार के प्रतिवेदन पर ग्वारीघाट पुलिस को कार्रवाई करने हेतु निर्देशित किया जाए ताकि दस्तावेजों से जालसाजी करने वालों के खिलाफ  कार्यवाही हो सके।

Jai Lok
Author: Jai Lok

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