अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के दौरे पर हैं। अपने दौरे के तहत प्रधानमंत्री ने द्वारकाधीश मंदिर में पूजा अर्चना की। साथ ही समुद्र में डूबी प्राचीन द्वारका नगरी के भी दर्शन किए। द्वारका नगरी के दर्शन के बाद पीएम मोदी ने कहा कि ये सिर्फ समुद्र में एक डुबकी नहीं थी बल्कि समय यात्रा थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात को बड़ी सौगात दी है। ओखा मुख्य भूमि और बेट द्वारका को जोडऩे वाले लगभग 2.32 किमी लंबे देश के सबसे लंबे केबल-आधारित पुल सुदर्शन सेतु का पीएम ने उद्घाटन किया। पहले इसे सिग्नेचर ब्रिज के नाम से जाना जाता था, लेकिन अब इस पुल का नाम बदलकर सुदर्शन सेतु या सुदर्शन ब्रिज कर दिया गया है। अपने ड्रीम प्रोजेक्ट, ओखा-बेट द्वारका सिग्नेचर ब्रिज के उद्घाटन से पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह गुजरात की विकास यात्रा के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर होगा।पीएम मोदी ने शनिवार को एक्स पर एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा था, कल गुजरात के विकास पथ के लिए एक खास दिन है। उद्घाटन की जाने वाली कई परियोजनाओं में ओखा मुख्य भूमि और बेट द्वारका को जोडऩे वाला सुदर्शन सेतु भी शामिल है। यह एक आश्चर्यजनक परियोजना है जो कनेक्टिविटी बढ़ाएगी। बता दें कि बेट द्वारका ओखा बंदरगाह के पास एक द्वीप है, जो द्वारका शहर से लगभग 30 किमी दूर है, जहां भगवान कृष्ण का प्रसिद्ध द्वारकाधीश मंदिर स्थित है। सुदर्शन सेतु भारत का सबसे लंबा केबल-आधारित पुल है, जो ओखा मुख्य भूमि और गुजरात में बेट द्वारका द्वीप को जोड़ता है। 2.5 किलोमीटर लंबा यह पुल प्रसिद्ध द्वारकाधीश मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं और तीर्थयात्रियों दोनों के लिए अत्यधिक महत्व रखता है। केंद्र द्वारा 2017 में इस पुल का शिलान्यास किया गया था। इसका उद्देश्य ओखा और बेट द्वारका के बीच आने-जाने वाले भक्तों के लिए पहँुच को आसान बनाना है। इसके निर्माण से पहले, तीर्थयात्रियों को बेट द्वारका में द्वारकाधीश मंदिर तक पहुंचने के लिए नाव पर निर्भर रहना पड़ता था। 2.5 किमी लंबा यह पुल 978 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है। गुजरात दौरे पर आए प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को जामनगर में जोरदार रोड शो के साथ अपने दो दिवसीय गुजरात दौरे की शुरुआत की। मोदी और भारत माता की जय के नारों के बीच जैसे ही पीएम मोदी का काफिला सर्किट हाउस की ओर बढ़ा, सडक़ के दोनों ओर बड़ी संख्या में लोग खड़े हो गए।