जबलपुर (जय लोक)
14-15 मार्च की दरमियानी रात संस्कारधानी में घटित हुई दोहरी हत्या कांड की वारदात ने रिश्तों को शर्मसार कर दिया। 20 साल के अपने प्रेमी के साथ एक नाबालिक लडक़ी ने अपने ही पिता 52 वर्षीय राजकुमार विश्वकर्मा और 8 साल के भाई तनिष्क की बेरहमी से हत्या कर दी थी। यह हत्या पूर्ण रूप से सुनियोजित तरीके से की गई थी। 20 साल का आरोपी मुकुल सिंह पुलिस की सोच से कहीं ज्यादा शातिर है।
पुलिस जाँच में यह बात भी सामने आ रही है कि इस हत्याकांड को अचानक अंजाम नहीं दिया गया जबकि हत्या करने से लेकर, फरार होने, फरारी के दौरान पुलिस से बचना कैसे है, सभी बातों का बारीकी से अध्ययन किया गया है। ऐसा नहीं है कि पुलिस शांत हो गई है, लगातार पुलिस की टीमें अपना काम कर रही हैं। इनके बारे में जानकारियाँ एकत्रित करने के हर संभव प्रयास और तरीके अपनाये जा रहे हैं। लेकिन अभी पुलिस के हाथ खाली है।
पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को भी इस बात का अंदेशा नहीं है था कि 20 साल का इंजीनियरिंग करने वाला छात्र मुकुल सिंह इतना शातिर निकलेगा। हालांकि पुलिस को यह बात जल्द ही समझ में आ गई थी जब हत्या कांड को अंजाम देने के बाद दोनों आरोपी जिस चालाकी के साथ पहले रेलवे स्टेशन गए फिर ऑटो से बस स्टैंड आए फिर बस से कटनी के लिए रवाना हुए और आधे रास्ते में उतर गए। शातिर दिमाग लगाते हुए दूसरी बस पकड़ कर कटनी गए। वहां से जल्द ही दूसरा शहर चुना और वहां रवाना हो गए। पुलिस को जो जानकारियाँ मिल रही हैं उसके आधार पर पुलिस अपना कार्य कर रही है।
ट्रेस नहीं हो पा रहे हैं मोबाइल
आरोपी बड़ी ही चालाकी के साथ पुलिस से भागता फिर रहा है। सूत्रों के अनुसार अब तो आरोपियों के मोबाइल भी ट्रेस नहीं हो पा रहे हैं। पुलिस को जो भी जानकारी मिल रही है उसके आधार पर ही अपनी टीमों को आगे के कार्य की जिम्मेदारी दी जा रही है। आरोपियों के बारे में जानकारी एकत्रित करना पुलिस के लिए चुनौती पूर्ण कार्य बन गया है।
साउथ में मिली थी आखरी लोकेशन
पुलिस सूत्रों का कहना है कि दोनों आरोपियों की आखिरी लोकेशन पुलिस को दक्षिण भारत के कर्नाटक और आसपास के क्षेत्र में मिली थी। इसके बाद से आरोपी की सटीक लोकेशन पुलिस को नहीं मिल पा रही है। पुलिस की 8 टीमें इस कार्य को अंजाम देने में लगी हैं। वरिष्ठ अधिकारी भी लगातार पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं और इसकी मॉनीटरिंग कर रहे हैं।
पुलिस के लिए चुनौती बने आरोपी
सामान्य रूप से पेशेवर अपराधियों को पकडऩे में पुलिस को इस प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। मंजे हुए अपराधी पुलिस से बचकर भगाने के सारे तरीके जानते हैं, कैसे फरारी काटना है यह सब उनको बखूबी पता होता है। लेकिन 20 साल के आरोपी मुकुल सिंह और उसकी नाबालिक प्रेमिका जो अपने ही 8 साल के भाई और पिता की बेरहमी से हत्या कर फरार हुए हैं वह शातिर और पेशेवर अपराधियों की तरह पुलिस से भागेंगे या इतने लंबे समय तक फरार रह पाएंगे यह किसी ने भी नहीं सोचा था। इन दोनों आरोपियों को पकडऩा पुलिस के लिए चुनौती बन गया है।