नई दिल्ली। बिहार की राजनीति में सत्ता परिवर्तन की आहट तेजी से बढ़ गई है। हर थोड़ी देर कुछ ना कुछ खबर या अटकलें राजनैतिक माहौल और गर्म कर रही है। मीडिया में आ रही ख़बरों के अनुसार आरजेडी और जेडीयू के बीच तनातनी बढ़ गई है। बिहार की राजनीति में रुचि रखने वाली लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य के मैसेज डालने और हटाने से मामले ने तूल पकड़ लिया है। यह भी कहा जा रहा है कि देर रात तक सीएम और राबड़ी देवी के आवास पर गहमागहमी जारी रही। नीतीश को मनाने के लिए लालू ने उन्हें फोन भी किया। पर नीतीश का गुस्सा सातवें आसमान पर है। परिवर्तन की आहट के बीच अब भी यह सस्पेंस बरकरार है कि परिवर्तन किस तरह का होगा?
नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने भी अब आरजेडी से अलग होने का पक्का मन बना लिया है। अलग होने पर उसके भाजपा के साथ जाने की संभावनाएं भी प्रबल हैं। इसलिए कि जितनी सरगर्मी आरजेडी और जेडीयू खेमे में है, उतनी ही बेचौनी भाजपा में है। गुरुवार को दिन से शुरू हुआ राजनीतिक ड्रामा देर रात तक चला। पटना से लेकर दिल्ली तक बैठकों का सिलसिला जारी रहा। बीजेपी के रष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, भाजपा के बिहार प्रभारी विनोद तावड़े और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ बिहार के भाजपा नेता कभी अलग-अलग तो कभी एक साथ बैठते रहे। पटना में सीएम और पूर्व सीएम राबड़ी देवी के आवास पर बैठक जुटते- बैठते रहे। सभी आगे की रणनीति बनाने में मशगूल रहे।
