जबलपुर (जयलोक)
हरदा जिले में पटाखा फैक्ट्री हुए हादसे के बाद शहर के पटाखा गोदामों, फैक्ट्री सहित जहां पर भी ज्वलनशील पदार्थों के ठिकाने हैं वहां पर जाँच शुरू कर दी गई है। आज सुबह प्रशासन और पुलिस की टीम ने मिलकर दबिश दी। पूर्व में देखा गया है कि रूई, पेंट, पटाखे से कई दुकानें गोदाम जल चुके हैं। वहीं इन हादसों में कई लोग जल भी चुके हैं। लेकिन हरदा में हुए हादसे के बाद प्रशासन तुरंत हरकत में आया और कल ही कलेक्टर दीपक सक्सेना ने जाँच के आदेश दे दिए थे।
इसी कड़ी में आज टीम कठौंदा स्थित पटाखा बाजार पहुँची, यहां टीम ने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। इसके साथ ही हादसे से निपटने के लिए क्या क्या इंतजाम किए गए हैं उसकी जानकारी ली। रिहायशी इलाकों में ज्वलनशील पदार्थों के गोदामों पर भी प्रशासन का ध्यान हैं। ऐसे में इन गोदामों को हटाने की कार्रवाही भी की जा सकती है।
कलेक्टर ने दिए थे आदेश
कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बताया कि पटाखा एवं विस्फोटक पदार्थों के निर्माण स्थलों, गोदामों और विक्रय केंद्रों के निरीक्षण के लिये अनुविभाग स्तर पर एसडीएम और एसडीओपी की एवं तहसीलदार एवं थाना प्रभारियों के सयुंक्त दल गठित किये जाने के साथ-साथ जिला स्तर पर भी अपर कलेक्टरों एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षकों की सयुंक्त टीमें गठित की जा रही हैं। इसके अलावा वे स्वयं भी पुलिस अधीक्षक के साथ पटाखा निर्माण स्थलों और गोदामों का निरीक्षण करेंगे। उन्होंने कहा कि एसडीएम अपने क्षेत्र के पटाखा लायसेंसधारियों को सुबह 9 बजे सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ मौके पर मौजूद रहने सूचित कर दें। निर्माण स्थल और गोदामों के भवन का निरीक्षण कर लायसेंस की शर्तों के मुताबिक भवन उपयुक्त है या नहीं इसकी जाँच की जा रही है।
