कल शाम को जेपी नड्डा के सामने ले सकते हैं कमलनाथ भाजपा की सदस्यता, मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष के समक्ष छिंदवाड़ा में बड़ा आयोजन करने की चर्चा
भोपाल/ जबलपुर जय लोक। मध्य प्रदेश कांग्रेस में सियासी भूचाल आ गया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व मुख्यमंत्री पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रह चुके कमलनाथ और उनके सांसद पुत्र नकुलनाथ के आज भाजपा में जाने के दिन भर चले नाटकीय घटनाक्रम ने कांग्रेस पार्टी के लिए समस्याओं को और बढ़ा दिया है। भोपाल इंदौर सहित मध्य प्रदेश के कई हिस्सों से सोशल मीडिया में यह खबर तेजी से फैल रही है कि कांग्रेस के 10 से अधिक वर्तमान विधायकों का कांग्रेस पार्टी से संपर्क टूट गया है। हालांकि इस बारे में प्रदेश कांग्रेस के किसी भी पदाधिकारी ने अधिकृत रूप से प्रेस में कोई बयान नहीं दिया है। लेकिन सोशल मीडिया में कई विधायकों के दावेदारों द्वारा की जा रही पोस्ट से यह बात पूरे प्रदेश में बहुत तेजी से चर्चा में आ गई है। कमलनाथ के तेवर देखने के बाद उनके कट्टर समर्थक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सज्जन सिंह वर्मा ने भी ऐलानियां तौर पर यह घोषणा कर दी है कि वह अपने नेता कमलनाथ के निर्णय के अनुसार ही अपना निर्णय लेंगे। इसके साथ ही कई और विधायक अपने नेता कमलनाथ के निर्णय के अनुसार अपना कदम उठाने की बात किसी न किसी माध्यम से सार्वजनिक कर चुके हैं। ऐसे में कांग्रेस के सामने अपने विधायकों को पार्टी में रोक के रखना और दल बदल करने से रोकना एक बड़ी चुनौती बन गया है।
पार्टी से जुड़े सूत्रों का भी कहना है कि अगर कमलनाथ दल बदलने का निर्णय करते हैं तो उनके साथ कई विधायक भी कांग्रेस से नाता तोड़कर भाजपा में जा सकते हैं।
इसी बीच इस प्रकार की अटकलें भी चल रही है कि कल पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ अपने समर्थक विधायकों के साथ भाजपा के राष्ट्रीय अधिवेशन की समाप्ति के बाद कल शाम को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता लेंगे। इस बात की भी चर्चा जोरों पर है कि कमलनाथ के भाजपा में जाने के बाद छिंदवाड़ा जिले में एक बड़ा आयोजन किया जाएगा जिसमें मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव और प्रदेश अध्यक्ष भाजपा वीडी शर्मा शामिल होंगे और कई बड़े कांग्रेस के नेता अपने समर्थकों के साथ भाजपा की सदस्यता लेंगे। इस प्रकार की अटकलें के दौर आज सुबह से ही पल-पल में बदलते रहे हैं, वर्तमान में सरगम चर्चाओं में कितनी सच्चाई है और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ अंततः क्या निर्णय लेने वाले हैं यह कल स्पष्ट हो जाएगा। कमलनाथ समर्थक विधायकों के मोबाइल बंद होने और उनसे संपर्क नहीं होने की बात लगातार चर्चा में बनी हुई है और इन परिस्थितियों से निपटने के लिए कांग्रेस संगठन हाथ-पांव मार रहा है।
![Jai Lok](https://secure.gravatar.com/avatar/47b82cb127ede5c425d568356794875f?s=96&r=g&d=https://jailok.com/wp-content/plugins/userswp/assets/images/no_profile.png)