अष्टधातु की 2 मूर्तियॉ एवं 3 दान पेटियॉ जप्त
जबलपुर जय लोक अपडेट। पुलिस की प्रतिष्ठा पर चुनौती बना जैन मंदिर में हु बनी जैन मंदिर में हुई चोरी का खुलासा जबलपुर पुलिस ने कर दिया है। आज अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर प्रियंका शुक्ला ने को पुलिस अधीक्षक भगत सिंह और थाना थाना प्रभारी विपिन ताम्रकार के साथ इस पूरे मामले का खुलासा किया। पुलिस ने बताया कि 29- 30 जनवरी की दरमियानी रात शांति नाथ दिगंबर जैन मंदिर नक्षत्र नगर में कुछ अज्ञात चोरों ने चोरी की घटना को अंजाम दिया था और भगवान की अष्टधातु की प्रतिमाओं के साथ अन्य कीमती सामान भी लेकर चले गए थे। इस घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने जल्द से जल्द चोरों को गिरफ्तार करने के लिए विशेष टीम गठित कर जांच पड़ताल में लगाया था। पुलिस की अलग-अलग टीम में अलग-अलग बिंदुओं पर काम कर रही थी। कुछ सीसीटीवी कैमरा को देख रही थी, कुछ पुराने चोरों से पूछताछ कर रही थी और कुछ नए संदेश दो की पतासाजी में जुटी हुई थी। इसी बीच पुलिस को धार्मिक स्थलों में चोरी करने वाले पुरानी आरोपियों से पूछताछ के दौरान यह जानकारी मिली कि पंगूड़ी गांव का रहने वाला संतोष केवट और मोहम्मद अकील झगड़ा का रहने वाला जो इस चोरी की घटना के प्रमुख संदेह ही के रूप में चिन्हित हुए। पुलिस ने इन्हें पकड़ा और पूछताछ की तो इन्होंने चोरी की घटना को अंजाम देना स्वीकार कर लिया इनकी निशान देही पर संदेही संतोष केवट के घर ग्राम पनगुड़ी खजरी खिरिया बायपास पर दबिश दी गई, संतोष केवट अपने घर पर मिला जिसने पूछताछ करने पर चोरी करने से इंकार किया जिसे थाने लाकर सघन पूछताछ करने पर उक्त चोरी अपने साथी मोहम्मद अकील, अजय गौड़ ठाकुर एवं कल्लू निवासी पिपरिया गाडरवारा के साथ मिलकर करना स्वीकार किया एवं चोरी मे प्राप्त मशरूका का बंटवारा न होने से मोहम्मद अकील, अजय व कल्लू के पास होना बताया एवं चोरी गई दो अष्टधातू की मूर्तियाँ एवं तीन नग दान पेटियो को अपने ही घर के पीछे नाले में डालकर छुपाना बताया। आरोपी संतोष केवट की निशादेही मे नाले से मंदिर में स्थापित एक भगवान श्री शांतिनाथ जी की मूर्ती, 1 आदिनाथ जी की मूर्ती व तीन नग दान पेटिया जप्त कर आरोपी संतोष केवट पिता भूरा लाल केवट उम्र 18 वर्ष निवासी ग्राम खजरी पनगुड़ी थाना माढ़ोताल को गिरफ्तार कर शेष फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है। ये आरोपी घटना दिनक से ही फरार चल रहे है।
इस सनसनीखेज चोरी के खुलासे में थाना प्रभारी माढ़ोताल निरीक्षक विपिन ताम्रकार, उप निरीक्षक नीलेश पोर्ते, सहायक उप निरीक्षक ओमप्रकाश मिश्रा, सुरेन्द्र बड़गैया, प्रधान आरक्षक भूपेन्द्र रावत, महेन्द्र प्रताप, आदित्य नारायण चौबे, आरक्षक शशिप्रकाश, दिनेश दुबे, जयकिशन शर्मा, संदीप सिंह, सचिन मेहरा, सुदीप ठाकुर, विनय सिंह, धीरेन्द्र तोमर, शैलेन्द्र यादव एवं सायबर सेल के प्रधान आरक्षक अमित पटेल की सराहनीय भूमिका रही ।