और भी होगी गिरफ्तारियाँ, असली नोट के नाम पर खुलेआम धोखाधड़ी करती है यह गैंग
जबलपुर (जयलोक)।
शहर में अब तक सोने चांदी के जेवर चमकाने के नाम पर ठगी की वारदातें हो चुकी हैं। लेकिन अब नकली नोट को असली नोट बनाने का लालच देकर ठगी की जा रही है। यह गोरखधंधा सिर्फ शहर में ही नहीं बल्कि जबलपुर के आसपास के क्षेत्रों में भी फैला है। पुलिस ने दो आरोपियों को तो दबोच लिया है वहीं पुलिस को इनके दो अन्य साथियों के बारे में जानकारी मिली है जिनकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है। पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि काले कागज को नोट बताकर ठगी करने के इस अवैध धंधे में एक साल में 12 लोगों के साथ शातिर जालसाजों ने ठगी है।
1 मार्च को यादव कॉलोनी चौकी में शिकाय प्राप्त हुई कि जिसमें प्रार्थी अमित बर्मन को 2 लोग उसकी दुकान अंडे के ठेले मे आकर काले रंग के नोट को पानी एवं पाउडर डालकर साफ कर असली नोट मे बदल कर दिखाया गया और बोला गया कि 1 लाख रूपये के तीन लाख रूपये देते है। अमित को 50 हजार रूपये की व्यवस्था करने के लिये बोले एवं 4 मार्च जीरो डिग्री के पास बुलाये उस समय पुलिस का वाहन निकला तो जिस बैग मे पैसे लेकर आये थे दोनो आरोपी मौके पर छोडकर भाग गये। अमित की रिपोर्ट पर अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया। विवेचना के दौरान संदेही गोपाल अवस्थी चाकू लिये मुक्ती धाम के पास मिला जिससे पूछताछ करने पर उसके द्वारा मलखान नायक, किशोर चढार, नितिन सेन के साथ मिलकर लोगों को काले नोट को साफ करके दिखाना एवं नेपाल से नोट के कागज लाना बताकर, लोगों से 50 से 1 लाख रूपये तक लेकर उन्हें नकली नोटों को असली की तरह प्रयोग करने के लिये बेचते हैं। गिरोह के सक्रिय सदस्य गोपाल अवस्थी एवं नितिन सेन उर्फ सिद्धार्थ को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 100 , 200, 500 के नकली नोट आयोडीन , गोंद एवं पाउडर जप्त किया गया। दोनो आरोपियो को गिरफ्तार न्यायालय पेश किया गया जहां से केन्द्रीय जेल जबलपुर भेजा गया है।
बच्चों के खेलने वाले नोटों से करते थे ठगी – चौकी प्रभारी सतीष झारिया ने बताया कि आरोपी बच्चों के खेलने वाले नोटों को बड़ी मात्रा में खरीदते थे।
उसके बाद इन्हें असली बताकर लोगों के साथ ठगी करने का खेल शुरू करते थे। अब तक कई लोगों को इन्होंंने ठगी का शिकार बनाया है। लेकिन पिछले एक साल में जालसाजों ने 12 लोगों के साथ ठगी की है।
आसपास के जिलों में भी करते थे ठगी – शातिर जालसाजों ने बताया कि इनका अधिकांश निशाना सडक़ों पर दुकान लगाने वाले छोटे दुकान संचालक होते हैं। जो आसानी से इनकी बातों में आ जाते हैं। आरोपियों ने नरसिंहपुर, दमोह, सिहोरा, पाटन, मंडला सहित अन्य जिलों में ठगी की वारदातों को अंजाम दिया है।
दो साथियों की तलाश जारी – पकड़े गए दो आरोपियों ने बताया कि वे गिरोह बनाकर काम करते हैं, उनके गिरोह में अन्य दो साथी भी है जो अभी फरार हैं। पुलिस ने दो अन्य साथियों की तलाश शरू कर दी है।
