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अगर मुख्यमंत्री के आने पर ही अतिक्रमण हटाना है तो फिर मुख्यमंत्री को नगर भ्रमण करना चाहिए, राँझी और गोल बाजार से मुख्यमंत्री के दौरे के पूर्व हटे अतिक्रमण

जबलपुर (जय लोक)। जिले के हर क्षेत्र में अतिक्रमण का जाल सडक़ों से लेकर आम रास्तों और सार्वजनिक स्थानों तक फैल चुका है। नगर निगम का अतिक्रमण विभाग इस दिशा में कार्यवाही जरूर करता है लेकिन यह सब को पता है कि अतिक्रमण विभाग को खुले हाथ से सख्ती के साथ कार्यवाही करने की छूट नहीं है। नेतागिरी के फोन यह कार्य करने नहीं देते। और फोन करने वाले नेता ही जन सामान्य के बीच में अतिक्रमण को शहर विकास का सबसे बड़ा बाधक भी बताते हैं।
फिलहाल मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नगर आगमन के पूर्व रांझी और गोल बाजार में अतिक्रमण हटाने की हुई कार्यवाही आम जनमानस के बीच में यह आस जगा दी है कि अगर मुख्यमंत्री के नगर आगमन के पूर्व भी अतिक्रमण हटाए जाने हैं तो फिर मुख्यमंत्री को नगर भ्रमण भी करना चाहिए। शायद उनके इस नगर भ्रमण का लाभ शहर की जनता को अतिक्रमणों से मुक्ति दिला सके। नगर निगम प्रशासन के सामने अतिक्रमणों को हटाना बड़ी चुनौती है और यह चुनौती बड़ी इसलिए बनी है क्योंकि इस कार्य में राजनीतिक हस्तक्षेप  बहुत अधिक है। सम्माननीय जनप्रतिनिधि जो सार्वजनिक तौर पर अतिक्रमणों को शहर विकास का बड़ा बाधक बताते हैं और जब इन अतिक्रमणों को हटाने की कार्यवाही निगम प्रशासन और अतिक्रमण विभाग करता है तो फिर यही नेता और जनप्रतिनिधि अपने खास लोगों के जप्त सामान को छुड़वाने के लिए दबाव बनाते हैं इसी वजह से अतिक्रमणकारियों के हौसले बढ़ते हैं और अतिक्रमण विभाग में कार्यरत अधिकारियों कर्मचारियों का मनोबल कमजोर होने लगता है।
अब जब आज मुख्यमंत्री का नगर प्रवास है और उन्हें विभिन्न स्थानों पर कार्यक्रमों में शामिल होना है तो यह जिला प्रशासन, नगर निगम प्रशासन और पुलिस प्रशासन की संयुक्त जिम्मेदारी बनती है कि वह आवागमन के मार्ग से लेकर कार्य स्थल तक किसी भी प्रकार के अतिक्रमण को जमें नहीं रहने देंगे साथ ही सुरक्षा की दृष्टि से भी जो जरूरी निर्णय प्रतीत होते हैं वह लिए जाएंगे।
इस पूरे अभियान में कोई भी नेता अपनी नेतागिरी चमका कर प्रशासन पर अपने चेले चपाटियों के अवैध अतिक्रमणों को बचाने की सिफारिश नहीं कर पाएगा। आम जनमानस में इसी बात की चर्चा है कि अगर अब यही कारगर उपाय लगता है तो ऐसा ही सही निगम प्रशासन जो कार्य खुलकर दिलेरी से नहीं कर पा रहा है उसे पूर्ण करने अब मुख्यमंत्री के नगर आगमन को सहारा बनाया जा सकता है।
जबलपुर में नगरीय क्षेत्रों में अतिक्रमण एक बहुत बड़ी समस्या का रूप ले चुका है पुराने बाजारों से लेकर नई सडक़ों तक अतिक्रमणों के जाल फेले हुए आसानी से दिख जाते हैं। स्मार्ट सिटी की करोड़ों की रोड हो या फिर पुराने जबलपुर की तंग बाजार की गलियां सब जगह अतिक्रमणकारियों के कब्जे से जनता परेशान होती नजर आती है।
मुख्यमंत्री के नगर आगमन से शहर के हजारों लाखों लोगों को अतिक्रमण रूपी इस समस्या से बड़ा निजात मिल सकता है साथ ही स्थानीय नेताओं के बड़े-बड़े दावों की हकीकत स्वयं मुख्यमंत्री भी अपनी आंखों से देख सकते हैं।
मुख्यमंत्री के आगमन को ध्यान में रखकर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाही के दौरान गोलबाजार से सात अस्थाई और 8 ठेले और टपरे हटाए गए। रांझी स्थिति इंजीनियर कॉलेज के सामने से भी अतिक्रमण हटाए गए। कार्रवाई की दौरान 7 अस्थायी टपरे हटाए गए। इसके साथ ही 8 ठेले टपरे जप्त किए गए।

 

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Jai Lok
Author: Jai Lok

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