राहुल के बारे में क्या क्या बोले मोदी
शहजादे बताएं अडानी अंबानी से कितना माल उठाया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राहुल गांधी को कल तेलंगाना में घेरते हुए पहली बार कांग्रेस पर अडानी अंबानी से सांठ-गांठ का आरोप जड़ते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शहजादे 5 साल से सुबह उठते ही माला जपना शुरू कर देते थे। जब से उनका राफेल वाला मामला ग्राऊंडेड हो गया तब से उन्होंने नई माला शुरू की पाँच उद्योगपति पाँच उद्योगपति। फिर कहने लगे अडानी और अंबानी। लेकिन जब से चुनाव घोषित हुआ इन्होंने अडानी अंबानी को गाली देना बंद कर दिया है मैं पूछना चाहता हूं कि शहजादे ने चुनाव में अंबानी अडानी से कितना माल उठाया है। काले धन के कितने बोरे भर भर कर मारे हैं टेंपो भरकर नोट कांग्रेस के लिए पहुँची है क्या।
0 शहजादे को वायनाड से हार का डर है इसलिए अमेठी से भाग कर रायबरेली पहुँचे। वे सबको कहते हैं बस डरो मत। मैं उनसे कहता हूं कि डरो मत भागो मत। मैंने पहले ही बता दिया था कि शहजादे वायनाड में हार के डर से अपने लिए दूसरी सीट खोज रहे हैं।
0 4 जून के बाद शहजादे फिर नए निर्वाचन क्षेत्र की तलाश करेंगे मैंने कहा था वायनाड से हारेंगे और मतदान खत्म होने के बाद तीसरी सीट तलाशेंगे।
0 शहजादे को बुखार चढ़ जाता है मैं जब एक भारत श्रेष्ठ भारत की बात करता हूँ तो कांग्रेस के शहजादे को बुखार चढ़ जाता है वह कहते हैं कि मोदी एक भारत की बात क्यों करते हैं।
0 पाकिस्तान रो रहा है क्योंकि कांग्रेस मर रही है। पाक शहजादे को पीएम बनाने उत्सुक है। दिल्ली का शहजादा देश को और पटना का शहजादा बिहार को अपनी जागीर मानते हैं।
0 शहजादे का कहना है कि भारत के राजा महाराजा अत्याचारी थे वह गरीबों की जमीन छीन लेते थे यह वोट बैंक की राजनीति के लिए राजा महाराजाओं के खिलाफ बोलते हैं। लेकिन नवाबों बादशाहों सुल्तानों के खिलाफ एक शब्द भी नहीं बोलते हैं।
(जय लोक)। 2024 के होने जा रहे लोकसभा के चुनाव के तीन चरण पूरे होने के बाद से ही चुनाव की दिशा और दशा बदलती जा रही है। अब तो यह चुनाव नरेंद्र मोदी बनाम राहुल गांधी होता जा रहा है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को इस बार सीधे अपने निशाने पर लिया हुआ है। मोदी राहुल गांधी को शहजादा कह कर निशाना हर दिन साध रहे हैं। कल तो मोदी ने यहां तक कह दिया कि वे शहजादे के चाचा सेम पित्रोदा के वर्ण भेद दिये गये बयान से बेहद नाराज़ हैं और शहजादे को जवाब देना होगा। अभी तक अडानी और अंबानी को लेकर राहुल गांधी मोदी पर हमलावर बने थे। लेकिन कल तो मोदी ने अडानी और अंबानी को लेकर राहुल गांधी पर ही इन उद्योगपतियों से टेंपो भरकर माल उठाने का आरोप जड़ दिया और पूछा कि चुनाव घोषित होने के बाद से राहुल गांधी अब अडानी और अंबानी का नाम क्यों नहीं लेते।
मोदी हर दिन अपनी सभाओं में राहुल गांधी पर हमले कर रहे हैं। सबसे ज्यादा मोदी और राहुल गांधी के बीच आरक्षण को लेकर भी सीधे जंग छिड़ी हुई है। राहुल गांधी देश में जातिगत जनगणना की बात कर रहे हैं ताकि जनगणना के आधार पर समाज के सभी वर्गों को उनकी आबादी के अनुपात में आरक्षण दिया जा सके। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी हर सभा में यह कह रहे हैं कि वे देश में आरक्षण के मौजूदा कोटे को कम करके मुसलमानों को आरक्षण देने की कांग्रेस की कोशिशों को अपने जीते जी कामयाब नहीं होने देंगे। मौजूदा आरक्षण को लेकर राहुल गांधी भी मोदी पर सवालों पर सवाल दागे जा रहे हैं।
नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी के बीच जिस स्तर पर जनसभाओं में आरोप प्रत्यारोप की जंग छिड़ी हुई है। उससे ऐसा लग रहा है जैसे इस बार का चुनाव नरेंद्र मोदी बनाम राहुल गांधी होता जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार राहुल गांधी को अपने मुकाबले में बनाये हुए हैं। यह उनकी एक सोची समझी रणनीति भी हो सकती है कि लोकसभा का चुनाव मोदी बनाम राहुल गांधी हो जाए और जब नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी को लेकर मतदाता सोच विचार करेंगे, तो यह तय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना में राहुल गांधी की ज्यादा स्वीकार्यता देशवासियों के बीच नहीं होगी। इसीलिए राहुल गांधी को नरेंद्र मोदी खुद चुनावी चर्चाओं में बनाये हुए हैं।
वैसे भी इस बार का चुनाव अलग ही परिस्थितियों में हो रहा है इस बार ना कोई चुनावी मुद्दे हैं और ना ही कोई लहर है। चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी उपलब्धियां और भारतीय जनता पार्टी के एजेंडे की चर्चा कम करते हैं और अपने भाषणों में सबसे ज्यादा समय कांग्रेस पर हमला करने में लगा रहे हैं। राम जन्मभूमि में बने राम मंदिर के लोकार्पण के कार्यक्रम में कांग्रेस द्वारा आमंत्रण पत्र स्वीकार न किए जाने को भी नरेंद्र मोदी एक प्रमुख मुद्दा बनाये हुए हैं।
वहीं दूसरी ओर भाजपा के एक और बड़े स्टार प्रचारक और चुनावी रणनीति के महारथी गृहमंत्री अमित शाह भी अपने भाषणों में राहुल गांधी को निशाने पर लिए हुए हैं। शाह भी लगातार अपने भाषणों में राहुल गांधी को चर्चाओं में बनाये हुए हैं। संभवत राहुल गांधी को चर्चा में बनाए रखने की रणनीति शायद अमित शाह ने ही बनाई हुई है ताकि यह चुनाव मोदी बनाम राहुल गांधी हो सके। राहुल गांधी भी अपने भाषणों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधे हमले कर रहे हैं। वह मोदी को देश के अंबानी अड़ानी जैसे चुनिंदा पूंजीपतियों को लाभ पहुँचाने का आरोप अपनी हर सभा में लगाते नजर आ रहे हैं। वहीं राहुल गांधी यह दावा करते हैं कि केंद्र में कांग्रेस गठबंधन की सरकार बनने के बाद देश के हर व्यक्ति को लखपति बनाएंगे। राहुल गांधी इस बार के चुनाव में आत्मविश्वास से लबरेज नजर आ रहे हैं और वह दावा कर रहे हैं कि इस बार भाजपा बुरी तरह से चुनाव हार रही है और कांग्रेसी गठबंधन इस बार अपनी सरकार बनाने जा रहा है।
कांग्रेस की एक और स्टार प्रचारक राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी भी अपनी जनसभाओं में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधे निशाना साधती हैं। वहीं प्रियंका गांधी अपने भाई पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लगातार किए जा रहे हमलों का भी जवाब दे रही हैं।
मोदी के बारे में क्या क्या बोले राहुल
नरेंद्र मोदी डरे हुए हैं
देश जानता है भाजपा के भ्रष्टाचार के टेंपो का ड्राइवर और हेल्पर कौन है। मोदी जी क्या आप थोड़ा डरे हुए हैं, सामान्य तौर पर आप अडानी और अंबानी के बारे में बंद कमरे में बात करते हैं लेकिन पहली बार अपने सार्वजनिक रूप से अडानी और अंबानी के बारे में बात की है। आप यह भी जानते हैं कि वह टेंपो में पैसे देते हैं क्या यह आपका व्यक्तिगत अनुभव है। एक काम कीजिए सीबीआई व ईडी को उनके यहां भेजें एवं व्यापक जाँच करायें और बिल्कुल मत डरिए।
पीएम झूठ की मशीन बन गए हैं। आपने प्रधानमंत्री के भाषण सुनने हैं? वह काफी घबराए हुए हैं। शायद कुछ दिनों में मंच पर आंसू निकल आएं। नरेंद्र मोदी हताश और निराश हो गए हैं। कांग्रेस भाजपा की 300 में से 150 सीटें छीनकर सरकार बनाएगी।
मोदी के बारे में क्या बोलीं प्रियंका गांधी
नरेन्द्र मोदी तो शहंशाह हैं
मोदी महलों में रहने वाले शहंशाह हैं। जो जनता से कटे हैं वह टीवी पर सजे संवरे दिखाई देते हैं। मोदी मेरे भाई राहुल गांधी को शहजादा पुकारते हैं। जबकि यही शहजादा आम जनता के दर्द को सुनने के लिए कश्मीर से कन्याकुमारी तक 4000 किलोमीटर से अधिक की पैदल यात्रा करता है।
राहुल पर क्या बोले अमित शाह
इनकी सही जगह तो इटली है
राहुल गांधी के लिए सही जगह वायनाड या रायबरेली नहीं इटली है। राहुल गांधी पाकिस्तान का एजेंडा आगे बढ़ाते हैं। इसलिए पाकिस्तान राहुल गांधी की प्रशंसा करता है। कांग्रेस को चुनाव में इतनी हार मिलेगी कि उन्हें चार जून के बाद कांग्रेस ढूंढो यात्रा निकालना पड़ेगी। घमंडिया भारतीय गठबंधन के शहजादे ने चुनाव अभियान भारत जोड़ो यात्रा के साथ शुरू किया था लेकिन 4 जून को नतीजे आने वाले दिन को यह कांग्रेस ढूंढो यात्रा के साथ खत्म होगा।