जबलपुर ( जय लोक )
देश में इस वर्ष बजट आने के बाद से भले ही निर्यात शुल्क घटा देने से सोने का भाव राष्ट्रीय स्तर पर कम हुआ है, लेकिन जबलपुर में अभी भी सोना 3 से 4 हजार रूपये मंहगा ही बेचा जा रहा है। जबलपुर सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष का कहना है कि सोने कि जो ऑनलाइन कीमत दिखती है उस पर टैक्स और अन्य करों को जोडऩे के बाद यह 16 सौ से 17 सौ से ऊपर दाम पर बिकता है।
यह बात मान भी ली जाए तो भी जबलपुर में जो सोने कि कीमत है वो उस गणित से भी कहीं ऊपर ही है। इसकी एक मुख्य वजह यह भी बताई जा रही है कि जिन लोगों ने खासकर व्यापारियों ने बजट से पहले महॅंगे दामों पर सोना खरीद कर स्टॉक कर लिया था अब वो अन्य व्यवारियों के साथ मिलकर इसके भाव कम नहीं होने दे रहे हैं।
सस्ता सोना खरीदने तरस रहे लोग
जबलपुर में जैसे सभी सोना चांदी के विक्रेताओं ने यह तय कर लिया है कि वो सोने के भाव को जबलपुर में कम नहीं होने देंगे। पिछले 3-4 दिनों से आम आदमी सोने की 6 हजार से ज्यादा कीमत कम होने का लाभ लेना चाहते है लेकिन मुनाफाखोरी के खेल में आम आदमी को यह लाभ नहीं मिल पा रहा है। 18 जुलाई को सोने के भाव 24 कैरेट 74,064 थे जो लगभग 8 प्रतिशत कम होकर अब 68069 पर आ गए हैं। यह प्रति 10 ग्राम के भाव हैं। लेकिन इसका लाभ शहर के लोगों को नहीं मिल पा रहा है।
जेवराती सोना भी हुआ सस्ता ,लेकिन लाभ नहीं
सामने आ रही रिपोर्ट के अनुसार सोने की कीमत में हुई गिरावट का असर जेवराती सोने पर भी पड़ा है । 22 कैरेट जेवराती सोना 64 हजार के करीब हो गया है लेकिन जबलपुर में अभी भी इसको 3 से 4 हजार रूपये अधिक में बेचा जा रहा है। आने वाले दिनों में जिन लोगों के यहाँ शादी है वो लोग अभी सस्ते हुए सोने का लाभ लेना चाहते हैं लेकिन कारोबारियों के इस मुनाफे कमाने के खेल में आम लोगों को यह लाभ नहीं मिल पा रहा है।
6736 का भाव दिख रहा यहाँ बेच रहे 7120 के भाव पर
मुनाफा कमाने की होड़ में जबलपुर में 24 कैरेट सोना 7080 से लेकर 7120 प्रति 1 ग्राम के भाव से बेचा जा रहा है जबकि ऑनलाइन कहीं भी देखने पर इसका राष्ट्रीय स्तर पर चल रहा भाव 67 सौ से 68 सौ के बीच ही दिखा रहा है।
लेकिन जबलपुर में यह 4 हजार रूपये 10 ग्राम तक अधिक महंगा बेचा जा रहा है।
इनका कहना है
ऑनलाइन में जो सोने का भाव दिखता है उसमें और शहर में बिकने वाले रेट में अंतर होता है। 16 सौ से 17 सौ रूपये तक अधिक का फर्क होता है । क्योकि इसमें टैक्स और अन्य खर्च शामिल हो जाते हैं।
राजा सराफ ,
अध्यक्ष सराफा एसोसिएशन, जबलपुर।