जबलपुर जय लोक। विगत दिनों जिला प्रशासन ने शिक्षा माफिया के खिलाफ प्रारंभ की कार्यवाही के दौरान यह पाया था कि बहुत से पुस्तक विक्रेताओं के यहां फर्जी एवं नकली किताबें विक्रय के लिए रखी हुई थी जिन्हें जब तक किया गया था। एनसीईआरटी की किताबों को बिना एसाईबीएन नंबर के बेचना भी पाया गया था। अब पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह (भा.पु.से.) से भूपेन्द्र सिंह ने शिकायत की कि वह एन.सी.ई.आर.टी.नई दिल्ली में व्यापार प्रबंधक के पद पर पदस्थ है। एन सी ई आर टी की नकली पुस्तके जबलपुर शहर में बेचे जाने सबधी सूचना एन सी ई आर टी मुख्यालय नई दिल्ली में प्राप्त होने पर सक्षम अधिकारी के रूप में उसे एवं दीपक जायसवाल सहायक उत्पादन अधिकारी को सत्यापन हेतु एवं सूचना सही पाये जाने पर सबंधित थाने में दोषियों के विरुद्ध एफ आई आर दर्ज करने हेतु अधिकृत किया गया है।
उसकी टीम 2 मई को शाम जबलपुर शहर पहुंची तथा टीम ने नया बाजार स्थित सेंट्रल बुक डिपो श्याम टाकीज के पास एवं विनय पुस्तक सदन 157 नया बाजार से कक्षा 9वी की कुछ एन सी ई आर टी की किताबे खरीदी जो कि जांच करने पर नकली पाई गई। इस प्रकार उक्त दोनो दुकान के संचालकों के द्वारा सरकार को वित्तीय नुकसान पहुंचाते हुये विद्यार्थियों को नकली किताबें बेचकर धोखाधड़ी की जा रही है।
पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह द्वारा शिकायत को गम्भीरता से लेते हुये तस्दीक करते हुये वैधानिक कार्यवाही किये जाने हेतु आदेशित किया। जिसके बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर सोनाक्षी सक्सेना एवं नगर पुलिस अधीक्षक कोतवाली श रीतेश कुमार शिव के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी लार्डगंज श हरिकिशन आटनेरे, चौकी प्रभारी यादव कालोनी उप निरीक्षक सतीष झारिया एवं उप निरीक्षक लेखराम नादोनिया आदि की टीम ने एनसीईआरटी की टीम को साथ लेकर संयुक्त रूप से नया बाजार स्थित सेंट्रल बुक डिपो एवं विनय पुस्तक सदन 157 नया बाजार में दबिश देते हुये दोनों दुकानो से लगभग 1 हजार नकली एनसीईआरटी की किताबें जप्त की गयी।
सेंट्रल बुक डिपो के सचांलक तनिष्क चौरसिया उम्र 23 वर्ष निवासी प्रेमनगर रेल्वे कालोनी के पास एवं विनय पुस्तक सदन संचालक मनोज गुप्ता उम्र 56 वर्ष निवासी दया नगर यादव कालोनी लार्डगंज द्वारा एन सी ई आर टी की नकली किताबें बेचकर शासन को आर्थिक नुकसान पहुचाते हुये स्वयं सदोष लाभ अर्जित करना एवं विद्यार्थियों/क्रेता के साथ धोखाधड़ी करना पाये जाने पर धारा 63 65 कापी राईट एक्ट तथा धारा 420 भा.द.वि. का अपराध पंजीबद्ध कर उक्त नकली किताबें कहॉ से और कैसे प्राप्त की के सम्बंध में पूछताछ की जा रही है।