विधानसभा में काँगे्रस विधायक ने उठाया टिमरी हत्याकांड का मामला
जबलपुर (जय लोक)। मध्य प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र में जबलपुर के टिमरी में हुए मर्डर को लेकर कांग्रेस विधायक लखन घनघोरिया ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लगाया। उन्होंने कहा कि पिता के जवान बेटों की हत्या हुई है और प्रशासन ने संवेदनशून्यता दिखाई है। उन्होंने सवाल किया कि क्या सरकार नरसंहार की धारा लगाएगी? राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने जवाब देते हुए कहा कि जो धाराएं लगनी थीं, लगा दी गई हैं। उन्होंने कहा कि नरसंहार शब्द का उपयोग 1947 की घटनाओं को याद करके किया जा रहा है।
श्री लखन घनघोरिया ने कहा कि अध्यक्ष, मंत्री का जवाब एक तरीके से बिल्कुल गैरजिम्मेदाराना है। अपराध कोई भी हो और अपराध कोई भी कर रहा हो, कोई कितना बड़ा व्यक्ति भी हो, यदि अपराध है तो उसकी संवेदना को समझना चाहिए। उस परिवार की संवेदना को समझना चाहिए, यह कहकर कि दो समुदायों के बीच का मामला है, तो यह तो संवेदनशीलता की श्रेणी में नहीं आता है। यह निष्ठुरता कहलाती है, किस वर्ग से है, किस वर्ग से नहीं है। लेकिन यदि कोई परिवार जिनका जीवन-यापन उन नौजवानों के ऊपर चलता था, उनके साथ यह घटनाकारित होती है और सरकार ऐसा गोल-मोल जवाब दे, सरकार को संवेदनशील होना चाहिए।
सरकार का रुख – मंत्री राकेश सिंह ने कहा कि यह मामला जाति या वर्ग का नहीं, बल्कि अपराधियों का नृशंस कार्य है। उन्होंने कहा कि कानून ने अपना काम किया है और अधिकतम धाराएं लगाई गई हैं। बीजेपी विधायक अभिलाष पांडे ने बच्चों की शिक्षा पर जोर दिया, जबकि कांग्रेस विधायक लखन घनघोरिया ने पीडि़त परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की माँग की।
60 प्रतिशत किसानों का बजट मात्र 9 प्रतिशत – कांग्रेस विधायक लखन घनघोरिया ने कहा कि भाजपा सरकार ने अपने संकल्प पत्र में 1 लाख सरकारी नौकरियां देने का वादा किया था, अब इस बजट में 3 लाख नौकरियों की बात की गई है, लेकिन यह सरकारी नौकरियां, यह ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के सफल होने पर ही दी जाएंगी। यानी समिट सफल रहता है, तो युवाओं को नौकरी मिलेगी अन्यथा नहीं मिलेगी। लखन घनघोरिया ने कहा कि इसके पहले जो अब तक इन्वेस्टर समिट हुए हैं, उनमें केवल तीन प्रतिशत ही निवेश जमीन पर उतरा है। कांग्रेस विधायक ने कहा कि भारत कृषि प्रधान देश है यहां की 70 प्रतिशत अर्थव्यवस्था कृषि पर आधारित है। मध्य प्रदेश में भी 60 प्रतिशत लोग कृषि पर आधारित हैं, लेकिन इस बजट में उनके लिए केवल 9 प्रतिशत का प्रावधान किया गया है। लखन घनघोरिया ने कहा कि धन उपार्जन की स्थिति भाजपा सरकार किसानों की आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं कर पा रही है। लखन घनघोरिया ने कहा कि 4 लाख 21 हजार करोड़ रुपए का बजट है और उतना ही कर्ज है।
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