जनता के प्रति पुलिस के आचरण पर एसपी ने अपनाया सख्त रवैया
जबलपुर (जयलोक) । एक माह पूर्व जबलपुर जिले में बतौर पुलिस अधीक्षक पदस्थ हुए आईपीएस संपत उपाध्याय अब अपनी प्राथमिकताएं तय करके काम कर रहे हैं। इन्हीं प्राथमिकताओं से में से एक है। शहर की जनता के प्रति पुलिस के आरक्षक प्रधान आरक्षण से लेकर अधिकारियों तक का आचरण। अभी हाल ही में एक मामला पुलिस अधीक्षक के समक्ष सुनवाई के दौरान आया। पीड़ित महिला ने पुलिस अधीक्षक के समक्ष उपस्थित होकर यह बताया कि किसी प्रकरण में उन्होंने महिला थाने में शिकायत दर्ज की थी और उसकी सुनवाई चल रही थी।इसी दौरान थाने में प्रधान आरक्षक निखिलेश नाविक ने प्रकरण में मदद करने के नाम पर महिला से रुपयों की मांग की। प्रधान आरक्षक द्वारा लगातार महिला पर पैसे देने के लिए दबाव बनाया जा रहा था। इस बात से परेशान पीडि़त महिला ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर आईपीएस संपत उपाध्याय के समक्ष अपनी पीड़ा व्यक्त की। पुलिस अधीक्षक ने इस पूरे मामले को बहुत गंभीरता से लिया और इसे पुलिस कर्मी के बुरे आचरण में इंगित किया। पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय के निर्देश पर तत्काल प्रधान आरक्षक निखिलेश नाविक को निलंबित कर दिया गया।
पूरे महकमें में गया स्पष्ट संदेश
नवागत पुलिस अधीक्षक एक माह में अब अधिकांश बारीकियां को समझने लगे हैं। कौन कितने पानी में है और किसकी जड़े कितनी गहरी गड़ी हुई है, यह सब अब पुलिस अधीक्षक के सामने आता जा रहा है। कौन सा अधिकारी कितने काम का है। किसकी शिकायतें अधिक आ रही है।जनवरी के महीने में बहुत सारे परिणाम इसी के आधार पर सामने भी आएंगे।
इनका कहना है
पीडि़त महिला द्वारा कार्यालय में उपस्थित होकर उक्त संबंध में शिकायत की गई थी जिसके आधार पर ड्यूटी के विरुद्ध आचरण करने के खिलाफ प्रधान आरक्षक पर कार्यवाही की गई है।
संपत उपाध्याय, पुलिस अधीक्षक