नई दिल्ली (जयलोक)। घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जारी सुरक्षा खतरों के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राजधानी में आयोजित वायुसेना के कमांडर सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने बल के कमांडरों और रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों से आह्वान किया कि वह क्षमता विकास की प्रक्रिया को इस तरह से आगे बढ़ाए कि उससे राष्ट्रीय लक्ष्यों और आकांक्षाओं के मद्देनजर वायुसेना को और अधिक क्षमतावान बनाया जा सके। इसमें वायुसेनाप्रमुख एयरचीफ मार्शल ए.पी.सिंह के अलावा बल की सभी रणनीतिक कमांड के प्रमुख, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान, रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह, डीआरडीओ अध्यक्ष डॉ.समीर.वी.कामत, रक्षा उत्पादन सचिव संजय कुमार शामिल हुए। रक्षा मंत्री ने अपने संबोधन में देश की संप्रभुता को बनाए रखने के लिए वायुसेना के समर्पण और व्यावसायिक दृष्टिकोण की सराहना की। उन्होंने उभरती हुई चुनौतियों को स्वीकार करने की बल की क्षमता पर विश्वास जाहिर किया। वायुसेना के इस महत्वपूर्ण आयोजन के दौरान प्रमुख रणनीतिक, प्रशासनिक और सामरिक विषयों पर गहराई के साथ वरिष्ठ कमांडरों ने चर्चा की। इसके अलावा सीडीएस, सेनाप्रमुख और नौसेनाप्रमुख से वायुसेना के कमांडरों की मुलाकात हुई। जिससे आपसी सामंजस्य को बढ़ावा मिले। कार्यक्रम के दौरान वायुसेनाध्यक्ष ने रक्षा मंत्री को बल की तमाम रणनीतिक तैयारियों के बारे में विस्तार से अवगत कराया। यह सम्मेलन एक द्विवार्षिक आयोजन है।