जबलपुर (जयलोक)। जिले में हुई धान खरीदी में प्रशासन ने इस बार चली आ रही परंपराओं और बिचौलियों, व्यापारियों और सोसायटी वालों के गठजोड़ को तोड़ते हुए व्यवस्थाओं में बड़े परिवर्तन किए थे। हालांकि चोर अपनी चोरी करने की आदत से बाज नहीं आते हैं इसी क्रम में जिले में संचालित कुछ धान खरीदी सोसायटी, कुछ वेयरहाउस के मालिकों ने बदमाशी करते हुए धान खरीदी में घपलेबाजी करने की कोशिश की है। लगभग 52 से 55 नाम ऐसे हैं जो संदिग्ध सूची में हैं और घोटालेबाजी में उनकी भूमिका की जाँच की जा रही है। कलेक्टर ने स्पष्ट रूप से कहा है कि ऐसी संदिग्ध गतिविधियों वाली सोसायटी के खाते सीज कर दिए गए हैं और जाँच पूरी होने तक इनके भुगतान पर रोक लगा दी गई है। जारी जाँच पड़ताल में इस बात के भी साक्ष्य सामने आ रहे हैं कि गड़बड़ी करने वालों में केवल सोसायटी के पदाधिकारी ही शामिल नहीं हैं बल्कि वेयर हाउस के मालिकों और कुछ मालिकों की भी संदिग्ध भूमिका सामने आ रही है। कुछ अधकारी भी ऐसे हैं जिनकी संदिग्ध भूमिका चर्चाओं में हैं। कलेक्टर दीपक सक्सेना ने कहा कि बात बहुत स्पष्ट है जो भी गड़बड़ी में शामिल होगा उसके खिलाफ कार्रवाही की जाएगी। धान खरीदी में जितनी भी कमी पाई जा रही है उसके भुगतान की जिम्मेदारी सोसायटी की होगी। शासन पर किसी भी प्रकार का आर्थिक भार नहीं आएगा।
