जबलपुर (जयलोक)। संस्कारधानी की बेटी इशिता भार्गव ने आज एक और कीर्तिमान अपने नाम पर दर्ज का किया है। नयागांव समिति के अध्यक्ष रजत भार्गव की सुपुत्री इशिता को आज सुबह 9 बजे डायरेक्टर जनरल सिविल एविएशन भवन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान उद्यान मंत्री राम मोहन नायडू ने देश का पहला इलेक्ट्रॉनिक पर्सनल लाइसेंस सौंपा है। इशिता संस्कारधानी की पहली सबसे कम उम्र की महिला पायलट है।
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उद्यान अकैडमी रायबरेली जो की उद्यान मंत्रालय के अंतर्गत आता है से 3 साल की कड़ी मेहनत के बाद इशिता भार्गव पायलट बनी है। डायरेक्टर जनरल सिविल एक एविएशन के द्वारा दो पायलटों के नाम उनके ट्रेनिंग के दौरान प्रदर्शन के आधार पर मंत्रालय भेजे गए थे। इनमें पायलट इशिता भार्गव और पायलट निरामय श्रीवास्तव शामिल है। इशिता भार्गव ने हाल ही में एयर इंडिया का की परीक्षा दी है और उसके परिणाम की प्रतीक्षा हो रही है। देश का पहला इलेक्ट्रॉनिक पर्सनल लाइसेंस ईपीएल प्राप्त कर इशिता भार्गव ने पूरे देश और दुनिया में संस्कारधानी का नाम भी ऊंचा किया है।
केंद्रीय विमानन मंत्री राम मोहन नायडू ने आज गुरुवार को नागरिक विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के इलेक्ट्रॉनिक कार्मिक लाइसेंस (ईपीएल) का शुभारंभ किया। अब भारत चीन के बाद दुनिया का दूसरा देश बन गया है जहाँ ईपीएल का उपयोग पायलट द्वारा किया जायेगा। भारत ने भी अब अपने देश के फ्लाइट कू्र के लिए ईपीएल लागू कर दिया है। पायलट लाइसेंसों के डिजिटलीकरण से नियामक के पास बार-बार आवेदन करके उन्हें अनुमोदित/ नवीनीकृत कराने की आवश्यकता समाप्त हो जाएगी। पायलट अपने लाइसेंस को अपने फोन पर आसानी से ले जा सकते हैं और इसे दुनिया में कहीं भी दिखा सकते हैं क्योंकि इसे सभी देशों में स्वीकार किया जाता है। ई-लाइसेंस आईसीएओ की जॉब सहायता से जुड़े हैं, जिसका उद्देश्य रैंप निरीक्षण के दौरान जारी करने वाले प्राधिकारी द्वारा जारी किए गए पायलट के ईपीएल का सत्यापन करते समय नागरिक उड्डयन सुरक्षा निरीक्षकों को आवश्यक जानकारी प्रदान करना है। यह ऐसी जाँचों के दौरान ईपीएल ऑफलाइन सत्यापन को सक्षम बनाता है। आईसीएओ विमानन के लिए संयुक्त राष्ट्र की विशेष एजेंसी है।
