जबलपुर (जयलोक)। नगर निगम प्रशासन ने शहर में दर्ज आवासीय व्यावसायिक और अन्य प्रकार की संपत्तियों की पूरी सूची तैयार की है। इस सूची में उन लोगों को भी शामिल किया गया है जिनके ऊपर 2 हजार रुपयों से लेकर 1 लाख रुपये तक या उससे अधिक की कर की राशि बकाया है। नगर निगम आयुक्त प्रीति यादव योजनाबद्ध तरीके से करों की वसूली का कार्य करवा रही हैं। नगर निगम का मुख्य लक्ष्य इस समय अपनी आमदनी बढ़ाते हुए बकाया करों की वसूली पर केंद्रित है। अगले 40 दिन में नगर निगम को 130 करोड़ रुपए की वसूली करना है इसमें से 65 करोड़ रुपए की राशि केवल संपत्ति करके रूप में वसूल की जाना है बाकी के 65 करोड़ रुपए विभिन्न प्रकार के मदों से आने हैं। नगर निगम की वित्तीय हालत कमजोर है और विभिन्न प्रकार के विकास कार्य और निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी गई है। भुगतान को लेकर ठेकेदारों द्वारा समय-समय पर हंगामा किया जाता रहा है। ऐसी स्थिति में नगर निगम को अपनी मुख्य आय के स्त्रोत करों की वसूली पर पूरा ध्यान केंद्रित करना पड़ा है। इस वर्ष 270 करोड़ रुपए की राशि का लक्ष्य रखा गया है जिनमें से 140 करोड़ रुपए के करीब की राशि विभिन्न मदों के माध्यम से नगर निगम के खजाने में जमा हो गई है। शेष बची 130 करोड़ रूपों की राशि के लिए नगर निगम मुख्यालय की टीम, 16 संभागीय कार्यालयों की टीम और बाजार विभाग की पूरी टीम मुस्तैदी के साथ करों की वसूली के अभियान में लगी हुई हैं। उपायुक्त पीएन सनखेरे के अनुसार तकरीबन 65 करोड़ रुपए की राशि केवल संपत्ति कर के मद से वसूल की जाना है। यही लक्ष्य लेकर सभी लोग प्रतिदिन वसूली के कार्य में जोर-जोर से जुड़े हुए हैं। इसके अलावा डाल टू डोर, जल कर, कॉलोनी सेल, भवन अनुज्ञा, लीज किराया और लाइसेंस फीस के रूप में भी लगभग 60 से 65 करोड़ रुपए की वसूली होना है।नगर निगम प्रशासन द्वारा तैयार की गई सूची के अनुसार राशि के अनुपात में चार श्रेणी में बकायादारों की सूची तैयार की गई है जिसमें बड़े बकायदारों पर पहले ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। साथ ही ऐसे लोगों को भी चिन्हित किया जा रहा है जिन्होंने बहुत लंबे अरसे से नगर निगम को अपने करों का भुगतान नहीं किया है। ऐसे लोगों के साथ सख्ती से उनकी संपत्ति की कुर्की की कार्यवाही की जा रही है।
रकम करदाता संख्या बकाया राशि
2 से 25 हजार 61000 7 करोड़
25 -50 हजार 6061 23 करोड़
50 हजार से 1 लाख 30000 40 करोड़
1 लाख से ऊपर 750 20 करोड़
इनका कहना है
कर जमा करने के प्रति लोग जागरूकता दिखा रहे हैं। जो लोग नोटिस दिये जाने के बाद भी अपने करों भुगतान नहीं कर रहे हैं उनके विरुद्ध कुर्की जैसी सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिये गये हैं।
प्रीति यादव
आयुक्त नगर निगम
