जबलपुर (जयलोक)
सुभाषचंद्र बोस केन्द्रीय कारागार में नशे की सामग्री पहुँचाने वाले जेल प्रहरियों पर अब जेल प्रबंधन सख्त रूख अपना रहा है। एक ओर तो उन पर बर्खास्तगी की कार्रवाही हो रही है तो दूसरी ओर विभागीय जाँच के दौरान इस बात का भी ध्यान रखा जा रहा है कि ऐसे जेल प्रहरियों की ड्यूटी अब जेल के अंदर ना लगाई जाए। इसके साथ ही ऐसे जेल प्रहरियों को जेल के अंदर आने जाने पर भी पाबंदी लगाई जा सकती है।
जेल प्रहरियों को मिली चेतावनी
जेल प्रबंधन ने ऐसे जेल प्रहरियों को सख्त चेतावनी दी है कि अगर कोई जेल के अंदर नशे की सामग्री ले जाता पकड़ा गया तो उसकी ड्यूटी जेल के अंदर नही लगाई जाएगी। बल्कि जाँच के बाद उसको बर्खास्त भी किया जा सकेगा। इसके साथ ही जेल प्रबंधन ने अपने भरोसेमंद कर्मचारियों को भी इस काम पर लगा दिया है जो नशेड़ी, संदिग्ध आचरण वाले प्रहरियों पर नजरें रखेंगे और इनकी पल पल की जानकारी अधिकारियों तक पहुँचाएंगे।
जेल के अंदर ना पहुँचे नशे की सामग्री
जेल अधिकारियों का कहना है कि जेल के अंदर किसी भी प्रकार की नशे की सामग्री ना पहुँच सके इसलिए सख्ती बरती जा रही है। पूर्व में ऐसे कई जेल प्रहरी पकड़े जा चुके हैं जो चालाकी से गाँजा, तम्बाकू, सिगरेट ले जाते पकड़े गए हैं। ऐसे में उन जेल प्रहरियों की अब जेल के अंदर ड्यूटी नहीं लगाई जा रही है। जेल प्रबंधन को उम्मीद है कि इससे जेल के अंदर पहुँच रही नशे की सामग्री बंद हो जाएगी।
नए उम्र के जेल प्रहरी खुद नशे का शिकार
इस दौरान यह जानकारी भी सामने आई है कि 30 से 40 उम्र के युवा जेल प्रहरी खुद नशे का शिकार हो रहे हैं। ये जेल प्रहरी खुद नशे का सेवन कर ड्यूटर पर पहुँचते हैं। हालांकि पकड़े जाने पर इनकी अच्छी तरह से क्लास भी लगती है। जेल में नशे की सामग्री ले जाते समय पकड़े गए अधिकांश जेल प्रहरी नशेड़ी किस्म के ही है। जो रात में ड्यूटी पर शराब पीकर पहुँचते थे।