जबलपुर (जयलोक)
20 जुलाई को होने जा रहे रीजिनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव में जबलपुर और महाकौशल को ही फोकस करके निवेशकों के सामने सभी बातें रखी जाएंगी। इसके लिए व्यापक स्तर पर तैयारियाँ की गई हैं। यह आयोजन नेताजी सुभाष चंद्र बोस कल्चरल एंड इन्फरमेशन सेंटर घंटाघर में आयोजित होगा। इसी आयोजन से इस नवनिर्मित भवन का लोकार्पण भी हो जाएगा।
इस संबंध में आयोजित एक पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बताया कि रीजिनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के लिए अभी तक 3570 रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। जिनमें से 3000 रजिस्ट्रेशन मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों से हुए हैं बाकी के रजिस्ट्रेशन अन्य प्रदेशों के हैं।
इस पूरे कॉन्क्लेव को सेक्टर वाइज प्रेजेंटेशन में बांटा गया है। डेलिगेट्स के लिए अलग से व्यवस्थाएं की गई हैं। इसके साथ ही राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस होगी जिसमें मुख्यमंत्री देश-विदेश के बड़े निवेशकों के साथ खुद मुखातिब होकर बात करेंगे।
कलेक्टर ने जानकारी देते हुए बताया कि इस रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में 300 के करीब अतिथि आमंत्रित हैं। इसके साथ ही 418 ऐसे लोग चिन्हित हैं जिन्होंने 10 करोड़ से ऊपर निवेश की बात कही है।इस आयोजन में 50 मुख्य वक्ता होंगे, 100 से अधिक सीनियर अधिकारी भी शामिल रहेंगे तकरीबन 980 लोगों के आसपास लोग इस रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव को पूरा करने में अपनी भूमिका अदा करेंगे।
माइनिंग, मिनरल डिफेंस एग्रो पर्यटन पर रहेगा फोकस
रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव पूरी तरीके से रीजन के सबसे अधिक उपयोगी सेक्टर को फोकस किया जा रहा है। जिसमें माइनिंग, मिनरल, डिफेंस, पर्यटन, कृषि इनपर अधिक फोकस किया गया है। 20 तारीख की शाम तक यह स्थिति साफ हो पाएगी कि इन सभी सेक्टर में निवेशक कितनी रुचि ले रहे हैं और कितने करोड़ का निवेश इन विभिन्न सेक्टरों में मध्य प्रदेश और महाकौशल में आ रहा है।
यह जानकारी भी दी गई कि इस पूरे रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के दौरान जबलपुर की प्राइम लोकेशन और आसपास की मौजूदा खूबियों के संबंध में ही प्रचार प्रसार व्यापक स्तर पर किया गया है ताकि देश और विदेश के निवेशकों को इस ओर आकर्षित किया जा सके।
कलेक्टर दीपक सक्सेना ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री मोहन यादव की मंशा स्पष्ट है कि पहले यह इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव अधिकतर इंदौर भोपाल में आयोजित होते थे। प्रदेश के मुख्यमंत्री यह चाहते हैं कि हर रीजन की अपनी प्रमुखताएं होती है उनके अपने आगे बढ़ाने वाले सेक्टर होते हैं और इन्हीं सेक्टर में निवेशकों को आकर्षित करने के उद्देश्य से अब रीजनल स्तर पर इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री का मुख्य उद्देश्य यही है कि किसी भी क्षेत्र में अगर निवेश आता है तो वह मध्य प्रदेश के खाते में आएगा और प्रदेश को इससे आर्थिक संबल प्राप्त होगा। कार्यक्रम को मुख्य रूप से पांच सेशन में बांटा गया है जिसमें माइनिंग, मिनरल, एग्रीकल्चर, फूड प्रोसेसिंग, डिफेंस, टेक्सटाइल गारमेंट और पर्यटन शामिल है।
राउंड टेबल मीटिंग में डिफेंस एग्रीकल्चर ,डेरी, फूड प्रोसेसिंग टैक्सटाइल एंड गारमेंट्स जबलपुर इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के साथ राउंड टेबल बैठकों का दौर भी होगा।
कार्यक्रम स्थल पर एक प्रदर्शनी भी लगाई जा रही है जिसमें जबलपुर की व्यापारिक संभावनाओं का प्रदर्शन किया जाएगा जिसे अलग-अलग डिपार्टमेंट और संगठन के साथ ही 25 लोकल इंडस्ट्री लगायेंगी।
विदेश से भी आ रहे हैं निवेशक
इस कार्यक्रम में अपनी सहभागिता दर्ज करने के लिए ताइवान, मलेशिया, इंडोनेशिया, यूके आदि कई देशों से भी प्रतिनिधि मंडल आ रहे हैं। इनके लिए विशेष तौर पर एग्रीकल्चर क्षेत्र से मटर, फल सब्जी एवं अन्य सेक्टर में निवेश की बड़ी संभावना है। बायर सेलर मीटिंग के बाद अच्छे निवेश आने की आशा की जा रही है।
100 से अधिक भूमि पूजन होंगे
रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में बहुत से निवेशकों ने पहले ही अपनी भूमिका स्पष्ट करते हुए निवेश की हामी भर दी है। इस कॉन्क्लेव में उनके और दूसरे पक्ष के बीच में अंतिम दौर की वार्ता होगी इसके बाद 100 ऐसे प्रकल्प हैं जिनका लोकार्पण और भूमि पूजन मुख्यमंत्री कार्यक्रम स्थल से वर्चुअल ही करेंगे।
वरिष्ठ अधिकारी भी संभालेंगे मोर्चा
कार्यक्रम में प्रथम सेशन के दौरान वरिष्ठ आईएएस अधिकारी गुलशन बामरा डेरी एग्रीकल्चर फूड प्रोसेसिंग विषय पर निवेशकों के साथ चर्चा करेंगे उनके साथ अधिकारियों की पूरी टीम रहेगी। इसके अलावा दूसरे सेशन में टेक्सटाइल और गारमेंट के विषय पर एमएसएमई के सेके्रटरी नवनीत मोहन कोठारी निवेशकों के साथ वार्तालाप करेंगे। तीसरे सेशन में डिफेंस सेक्टर में निवेश की संभावनाओं को तलाशने के लिए संजीव भोला सीजीएम निवेशकों के साथ चर्चा करेंगे इस दौरान रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल एमके दास लेफ्टिनेंट कर्नल रजनीश अख़होरिया भी उपस्थित रहेंगे। चौथे सेशन में माइनिंग और मिनरल सेक्टर के संबंध में निवेश और व्यापार की संभावनाओं पर चर्चा होगी जिसमें प्रमुख सचिव निकुंज श्रीवास्तव आईएएस माइनिंग उपस्थित रहेंगे।पांचवें और अंतिम सेशन में पर्यटन के क्षेत्र में निवेश की संभावनाओं को तलाशने पर विचार विमर्श किया जाएगा। निवेशकों के साथ पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव शिवशेखर शुक्ला आईएएस चर्चा करेंगे उनके साथ शहर के उद्योगपति संदीप विजन, गौरव अग्रवाल, मनीष सैनी, संजय जैन आदि उपस्थित रहेंगे।