जबलपुर (जयलोक)
प्रतिष्ठित साहित्यकार, लगभग 40 कृतियों के रचयिता, पाथेय साहित्य कला अकादमी के संस्थापक, स्नेहनगर निवासी कविवर डॉ. राजकुमार तिवारी सुमित्र का कल रात्रि 10 बजे 85 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। आप डॉ. हर्ष कुमार तिवारी के पिता थे। अंतिम संस्कार आज दोपहर रानीताल श्मशानघाट में सम्पन्न हुआ। यहां बड़ी संख्या में साहित्य, कला और अन्य वर्गों के लोगों ने बड़ी संख्या में उपस्थित होकर उन्हें अंतिम बिदाई दी। शोकसभा में वक्ताओं ने सुमित्र जी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए उनके निधन को साहित्य जगत की एक बड़ी क्षति निरुपित किया गया। डॉ. सुमित्र दैनिक जयलोक के सलाहकार संपादक भी रहे। जबलपुर पत्रकार संघ के सचिव के पद पर भी उन्होंने अध्यक्ष रहे अजित वर्मा जी के साथ लंबे समय तक कार्य किया। सुमित्र जी नवीन दुनिया के भी संपादक रहे। उन्होंने लंबे समय तक मित्रसंघ के अध्यक्ष का दायित्व भी निभाया। आप प्रदेश ही नहीं देश की साहित्यिक धारा के संवाहक रहे। लगभग 7 दशक उन्होंने साहित्य की अप्रतिम सेवा की। उनके अवसान पर पाथेय संस्था सहित अनेक संस्थाओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की। दैनिक जयलोक परिवार तथा मित्र संघ की ओर से भी विनम्र श्रद्धांजलि।