जबलपुर (जयलोक)
लोकसभा चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता लागू हो चुकी है। इस संबंध में जिला प्रशासन द्वारा की गई तैयारियों के बारे में जिला कलेक्टर दीपक सक्सेना और पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने संयुक्त रूप से एक पत्रकारवार्ता में जानकारी देते हुए बताया कि जिले में शांतिपूर्ण और निष्पक्ष रूप से चुनाव संपन्न हों यह हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। कलेक्टर ने कहा कि चुनाव में दो मुख्य कारण मतदाता को प्रभावित करने वाले होते हैं पहला भय और दूसरा प्रलोभन। भय की स्थिति समाप्त हो चुकी है, पूर्व में ऐसा देखा गया है कि प्रलोभन दिया भी जाता है और लिया भी जाता है। हमारा प्रयास यह रहेगा कि लोकतंत्र के इस महापर्व पर मतदान के रूप में मतों की स्वतंत्र आहूति हो, किसी भी हाल में वोट की खरीद फरोख्त ना हो, वोट बिक ना पाएं। पेट्रोल-शराब की पर्चियाँ ना चलें, साड़ी, कूकर, पायल बांटकर मतदाता को प्रभावित ना किया जा सके इस बात की हर स्तर पर नजर रखी जाएगी।
मतगणना केन्द्र पर किए गए कई सुधार
कलेक्टर दीपक सक्सेना ने जयलोक के सवाल जिसमें विगत विधानसभा चुनाव में मतगणना केन्द्र में ईवीएम जमा करने के लिए हुई अव्यवस्था से संबंधित प्रश्न का जवाब देते हुए कहा कि इस बार 8 विधानसभा क्षेत्रों के हिसाब से समय का फेर रखा गया है। इस गैप के कारण कर्मचारियों को भी असुविधा नहीं होगी। केन्द्र में आने जाने के लिए अलग अलग रास्तों का निर्माण कर सभी को उसी के अनुसार आने जाने का कार्यक्रम बताया जाएगा। निकासी के लिए भी अलग से रास्ते का निर्माण किया जा रहा है।
सायबर की टीम भी रहेगी अलर्ट-एसपी
पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने कहा कि प्रथम चरण में जबलपुर में मतदान होना है और तैयारी के लिए लगभग एक माह का समय उपलब्ध है। पूर्व की भांति इस बार भी 8 सुरक्षा कंपनी की माँग शासन से की गई है। बल उपलब्ध होते ही चुनाव आयोग की गाइडलाइन के अनुसार आब्जर्वर के साथ सुरक्षा का प्लान तैयार किया जाएगा। सोशल मीडिया पर भ्रामक प्रचार प्रसार और आपत्ति जनक पोस्ट पर सायबर की टीम अलग से नजर रखेगी। संवेदनशील मतदान केन्द्रों पर अतिरिक्त पुलिस बल की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।