Download Our App

Home » जबलपुर » जिन तालाबों को पूरकर बस्ती-कॉलोनी बसाई गर्ईं, वहीं होती है सबसे ज्यादा आफत

जिन तालाबों को पूरकर बस्ती-कॉलोनी बसाई गर्ईं, वहीं होती है सबसे ज्यादा आफत

अलगे 5 दिन अतिवर्षा की चेतावनी

नगर निगम ने जारी किया समाधान नंबर 07612610917, लोगों को भी सतर्क रहना होगा

पहली बारिश में नजर आई निगम की तैयारी, अधिक बारिश से तालाब होंगे ओवरफ्लो तो संवेदनशील क्षेत्रों में भरेगा पानी

जबलपुर (जयलोक)। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि अगले 5 दिनों में अन्य जिलों के साथ साथ जबलपुर में भी भारी बारिश की संभावना है। अति वर्षा के दौर में सबसे अधिक परेशानी उन क्षेत्रों में होती है जहां पर प्रकृति के साथ छेड़छाड़ कर और तालाबों को पूरकर बस्ती-कॉलोनी बसा ली गई हंै। जब लगातार बहुत तेज पानी गिरता है तो फिर शहर में स्थित तालाब भी ओवरफ्लो हो जाते हैं और इसका बैकवॉटर इसी प्रकार की बस्तियों और कॉलोनी में भर जाता है। पिछले सालों की अपेक्षा पहली बारिश में इस बार 24 घंटे में 4 इंच से अधिक बारिश हो जाने के बाद भी ऐसे कई स्थानों पर पानी नहीं भरा जो कई वर्षों से जल प्लावन के लिए बदनाम थे।

 

पहले जिन क्षेत्रों में भरता था पानी, अब नजर आ रही राहत- महापौर
लगातार 3 इंच से अधिक बारिश हो जाने के बाद महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने अपनी एमआईसी और अधिकारियों के साथ शहर की सडक़ों का निरीक्षण किया और लोगों से चर्चा की। महापौर ने कहा कि नगर निगम की स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार मेहनत कर रही है ताकि जल भराव और जल प्लावन की स्थिति निर्मित ना हो और अगर अति वर्षा के कारण होती भी है तो उसका जल्दी निराकरण किया जाए। महापौर श्री अन्नू ने कहा कि पिछले 2 वर्षों से जल प्लावन की समस्या में काफी कमी आई है। पूर्व में बारिश के दौरान 100 शिकायत सामान्य रूप से आ जाती थी लेकिन इस बार तेज बारिश में भी केवल 15 स्थान से शिकायत प्राप्त हुई हैं जिनका तत्काल निराकरण भी करवाया गया।

 

महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू और आयुक्त प्रीति यादव ने पिछली बार की बारिश के दौरान ऐसे कई बिंदुओं को चिन्हित किया था जहां पर अतिक्रमण के कारण या फिर पानी निकासी की सही व्यवस्था न होने के कारण जल प्लावन हो रहा था। पूरे साल भर इन बिंदुओं पर काम कर अतिक्रमण हटाए गए, नालों को चौड़ा किया गया, नाले नालियों की सफाई कर उनकी गहराई भी बढ़ाई गई है। जिसका परिणाम इस मानसून की पहली तेज बारिश में नजर आया।
लेकिन मौसम विभाग की चेतावनी के बाद इस बात की चिंता बढ़ गई है कि अगले 5 दिनों में जबलपुर शहर में भी अति वर्षा की संभावना है। ऐसी स्थिति में तालाबों के ओवरफ्लो होने पर बैकवॉटर को रोकने का कोई विकल्प नहीं है और यह संभव भी नहीं है। क्योंकि प्रकृति से छेड़छाड़ कर तालाबों को पूरकर बस्त्यिां बसाई गई हैं, जो इसी बैकवॉटर के रास्ते पर हैं। भौगोलिक स्थिति के अनुरूप अति वर्षा के बाद अतिरिक्त पानी इन्हीं मार्गों से निकलता है चूंकि इन मार्गों पर घर मकान बन चुके हैं इसलिए यह पानी अपना रास्ता बनाते हुए इन घरों में प्रवेश कर जाता है। नगर निगम इस दिशा में ही प्रयास कर रहा है कि इसका कोई वैकल्पिक हल तलाशा जाए।

 

24 घंटे उपलब्ध रहेगी मदद- आयुक्त
अति वर्षा के दौरान ऐसे संवेदनशील क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की जहां कई सालों से पानी भरने की शिकायतें सामने आती रही हैं उन्हें भी सतर्क रहने की आवश्यकता है। अगर भारी वर्षा होती है और लगातार पानी गिरता है तो फिर उन्हें अपने बचाओ और सुरक्षा के लिए भी मानसिक रूप से तैयार रहना चाहिए ताकि किसी प्रकार की जनहानि और आर्थिक नुकसान से बचा जा सके। लोगों की सुविधा के लिए नगर निगम ने जल प्लावन वर्षा जल निकासी और जल भराव की समस्या को दूर करने के लिए एक समाधान नंबर जारी किया है जो 07612610917, 4023227 हैं इन नंबरों पर 24 घंटे मदद उपलब्ध रहेगी और यह निरंतर चालू रहेंगे। आयुक्त प्रीति यादव ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि इन नंबरों पर सूचना प्राप्त होते ही  जल्द से जल्द शिकायत के निराकरण के लिए राहत दल को भेजा जाए और समस्या का समाधान किया जाए।

 

ये क्षेत्र थे जलप्लावन के लिए कुख्यात, कुछ स्थानों पर काम बाकी
पिछले वर्ष कई क्षेत्रों में जलभराव हुआ था। लेकिन इस बार हुई सावन की पहली तेज और निरंतर बारिश में भी इन क्षेत्रों में पानी नहीं भरा। स्वास्थ विभाग के उपायुक्त संभव अयाची, स्वास्थ विभाग प्रभारी अंकिता बर्मन और पूरी टीम की मेहनत से इस बार बजरंग नगर पहाड़ी, डी सेक्टर, चंदन कालोनी, गंगानगर, परसवाड़ा, नवनिवेश कालोनी, गणेश मैदान, भूकंप कालोनी, साई शुभ परिसर, छपरिया मोहल्ला, साई कालोनी, विजोरी तलैया, शिव नगर, शुक्ला नगर, गंगासागर, आदि क्षेत्रों में पानी नहीं भरा।

आसमान से गिरी ‘चमत्कारी’ चीज, क्या है हकीकत?

Jai Lok
Author: Jai Lok

RELATED LATEST NEWS

Home » जबलपुर » जिन तालाबों को पूरकर बस्ती-कॉलोनी बसाई गर्ईं, वहीं होती है सबसे ज्यादा आफत
best news portal development company in india

Top Headlines

Live Cricket