
जबलपुर (जय लोक)। आज सुबह 8:30 से लेकर 2:00 तक तकरीबन 2 इंच बारिश जिले में हुई है। बारिश की रफ्तार को देखते हुए हर किसी के मन में यही कामना का भाव है कि बारिश बहुत जरूरी है लेकिन भगवन बरसो मगर धीरे धीरे…..यह प्रार्थना उन गरीबों के दिलों से निकल रही है जो सडक़ किनारे रहते हैं, निचले स्तर की बस्तियों में रहते हैं, या अभी तक जिनके घरों में पानी भरता आ रहा है। प्रशासन के अधिकारियों के मन में भी यही प्रार्थना है विशेषकर नगर निगम की जमीनी स्तर पर कार्य करने वाली टीमों को जल प्लावन की स्थिति में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। हालांकि इस बार नगर निगम द्वारा पूर्व में की गई तैयारी का असर दिख रहा है और उसका सबसे बड़ा उदाहरण यह है कि गढ़ा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गंगासागर एवं बिलहरी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली पिंक सिटी में जो विगत कई वर्षों से भीषण जलप्लावन के लिए कुख्यात हो गए थे वहां आज पानी नहीं भरा। महापौर जगत बहादुर सिंह और आयुक्त श्रीमती प्रीति यादव ने स्वास्थ्य विभाग और अतिक्रमण विभाग के लोगों का भरपूर उपयोग कर यहां होने वाले जल प्लावन को रोकने के लिए पूर्व में ही कई कार्य कराए थे। बड़ी संख्या में अतिक्रमण हटाए गए। नालों का गहरीकरण कर वैकल्पिक नाले भी बनाये गए।
तालाबों को पूरकर बस्तियाँ बसाना पढ़ रहा महँगा
कई वरिष्ठ इंजीनियर नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ जल प्लावन की समस्याओं को दूर करने के लिए बैठक में विचार विमर्श कर चुके हैं। जो निष्कर्ष निकाल कर आया वह यह था कि तालाबों की जमीनों को पूरकर बस्तियां बसाना अब वहां रहने वालों को महंगा पड़ रहा है। गंगासागर की जो मूल संरचना है वह कटोरा जाकर हो गई है। आसपास मदन महल की पहाडिय़ां है दूसरी तरफ रेलवे लाइन का नाला है। जब आती तेज वर्षा होती है तो यहां पर पानी झरने के रूप में बहता हुआ नीचे आता है। आसपास के तालाब भी जब ओवरफ्लो हो जाते हैं तो यह पानी अपने पुराने रास्ते पर चला जाता है जो पहले कभी तालाब हुआ करता था और जिस पर लोगों ने आज पूरकर बस्तियां और मकान बना ली है।
अति वर्षा में बैकवॉटर की समस्या का कोई हल नहीं
मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार शहर में लगातार तेज वर्षा का क्रम अगर बना रहता है तो शहर में स्थित तालाब भी ओवरफ्लो हो जाते हैं जिसके कारण पानी वापस सडक़ों और नालियों में आने लगता है। यही वजह है कि यह पानी फिर अपना रास्ता बनाते हुए घरों में भर जाता है।

निगम मुख्यालय के अलावा, सभी 16 जोनों में मशीन और टीमें तैनात-आयुक्त
मौसम विभाग द्वारा आने वाले दिनों में बारिश की चेतावनी को देखते हुए नगर निगम ने भी अपनी व्यापक स्तर पर तैयारी कर ली है। आयुक्त प्रीति यादव ने ‘जय लोक’ को बताया कि नगर निगम मुख्यालय में 30 से 40 कर्मचारियों की नाला गैंग 24 घंटे तैनात रहती है। इसके अलावा सभी 16 जोनों में मशीन और टीमें तैनात की गई हैं। जब-जहां-जैसी आवश्यकता पड़ती है अधिकारी कर्मचारियों के लिए पोकलेन-जेसीबी हर प्रकार की मशीनें उपलब्ध हंै। हालांकि पूर्व में की गई तैयारी के कारण आज हुई लगातार बारिश के बाद भी कहीं भी बड़े स्तर पर जल प्लावन की परेशानी सामने नहीं आई है। तालाबों का जलस्तर नियंत्रित किया जा रहा है। जैसे ही स्थिति अनुकूल होती है तालाबों से भी थोड़ी थोड़ी मात्रा में पानी छोड़ा जाता है ताकि ओवरफ्लो होने की समस्या निर्मित ना हो सके।
बारिश के पूर्व से ही लगातार दो तीन महीने तक शहर के बड़े छोटे हर नाले नालियों को साफ करने का कार्य किया जा चुका था। जरूरत अनुसार कई नालों को और अधिक चौड़ा भी किया गया है। अत्यधिक लगातार वर्षा होने की स्थिति में ही कुछ स्थानों पर जलप्लावन की संभावना बनी हुई है इसके निराकरण के लिए भी टीमों को तैनात रखा गया है। आवश्यकता अनुसार हर जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।

Author: Jai Lok
