केंद्रीय मंत्री बोले- 500 अरब डॉलर का लक्ष्य
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया अमेरिका यात्रा पर दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार को साल 2030 तक 500 अरब डॉलर तक लेकर जाने का लक्ष्य तय किया गया है। अब केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को कहा कि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए एक मजबूत व्यापार समझौते पर अगले 6-8 महीने बातचीत होगी। पीयूष गोयल ने कहा कि अभी अमेरिका में उनके समकक्ष मंत्री ने पद नहीं संभाला है, जैसे ही वे पद संभालेंगे, तो दोनों देशों के बीच व्यापार समझौते पर बातचीत की जाएगी।
समझौते को लेकर दोनों देशों के उद्योग जगत में उत्साह
पीयूष गोयल ने कहा कि हम दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार को साल 2030 तक 500 अरब डॉलर तक ले जाने के लिए समर्पित हैं। पीयूष गोयल ने भारत-कतर बिजनेस फोरम की बैठक से इतर मीडिया से बात करते हुए ये बात कही। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के व्यापार जगत के लोग इस सौदे को लेकर उत्साहित हैं। बता दें कि सामान्य तौर पर मुक्त व्यापार समझौते में दोनों व्यापारिक साझेदार देश या तो कस्टम ड्यूटी को पूरी तरह से खत्म कर देते हैं या फिर बड़े पैमाने पर घटा देते हैं। साथ ही दोनों देशों के बीच व्यापार को बढ़ावा देने के लिए नियम और शर्तों में भी ढील दी जाती है। ट्रंप की पिछली सरकार में भी दोनों देशों के बीच व्यापार समझौते पर हुई थी बात- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान भी भारत और अमेरिका के बीच एक छोटे व्यापार सौदे पर चर्चा हुई थी, लेकिन जो बाइडन सरकार ने उस छोटे व्यापार सौदे को टाल दिया था। उल्लेखनीय है कि साल 2023 में, वस्तुओं और सेवाओं में अमेरिका और भारत का द्विपक्षीय व्यापार 190.08 अरब डॉलर रहा, जिसमें वस्तुओं में 123.89 अरब डॉलर और सेवाओं के व्यापार में 66.19 अरब डॉलर का व्यापार हुआ था। साल 2023 में अमेरिका को भारत ने 83.77 अरब डॉलर कीमत का माल निर्यात किया था, जबकि आयात 40.12 अरब डॉलर था। इस तरह अमेरिका को करीब 43 अरब डॉलर का व्यापार घाटा हुआ था। अप्रैल 2000 और सितंबर 2024 के दौरान भारत को अमेरिका से 67.8 बिलियन अमरीकी डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश प्राप्त हुआ।
