बरेली,
बरेली जिले में वन्यजीवों के हमले का सिलसिला जारी है। सोमवार रात नवाबगंज तहसील क्षेत्र के गांव भानपुर में भेड़िये ने हमला कर किसान को जख्मी कर दिया। पिता को बचाने आए बेटे का हाथ चबा गया। सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम रातभर कॉम्बिंग करती रही, लेकिन भेडिय़े का कोई पता नहीं चला। खेतों में पगचिन्हों को देखकर वन विभाग ने सियार होने की बात कही है। एडवाइजरी भी जारी की गई है। पुष्पेंद्र ने बताया कि सोमवार रात 10 बजे उनके पिता प्रेम सिंह (55) घर के बाहर से लघुशंका करके घर में घुसने जा रहे थे। तभी भेडिय़े ने उन पर हमला कर दिया। वह बचने के लिए घर के अंदर भागे तो भेडिय़ा भी घर में घुस आया और उन्हें आंगन में गिरा दिया। चेहरे और शरीर के कई अन्य हिस्सों पर दांतों से काटकर उन्हें घायल कर दिया।
भेडिय़े का नहीं चला पता
पुष्पेंद्र, पिता को बचाने पहुंचे तो भेडिय़ा उनका हाथ भी चबा गया। शोर सुनकर मोहल्ले के कई लोग लाठी-डंडे लेकर आ गए। उन्होंने बमुश्किल भेडिय़े को खदेड़ा। तब जाकर प्रेम सिंह की जान बच सकी। परिजन किसान को एंबुलेंस से नवाबगंज ले गए। वहां से उनको जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। सूचना पर पहुंचे फॉरेस्टर माधो सिंह व अन्य वनकर्मी रातभर भेडिय़े की तलाश करते रहे, पर उसका कुछ पता नहीं चला। मंगलवार दोपहर गांव पहुंचे वन विभाग के अधिकारियों ने ग्रामीणों को रात में अकेले घर से बाहर न निकलने की सलाह दी है। उप प्रभागीय वन अधिकारी कमल कुमार ने बताया कि पैरों के निशान के अनुसार सियार प्रतीत हो रहा है। वहीं ग्रामीण भेडिय़ा होने का दावा कर रहे हैं।
वन विभाग ने जारी की एडवाइजरी
लगातार हो रहे वन्यजीवों के हमलों के देखते हुए वन विभाग ने एडवाइजरी जारी की है। जिसमें कहा गया है कि अफवाहों से बचें। वन्यजीव दिखाई दे तो विभाग को सूचना दें। रात में अकेले घर से बाहर न निकलें। जरूरी होने पर समूह में जाएं। टॉर्च और डंडा साथ रखें। घर के आसपास पर्याप्त रोशनी रखें। बुजुर्गों और बच्चों को घर से अकेले न निकलने दें। रात को खुले में न सोएं और घर का दरवाजा बंद रखें। वीरान जगह पर अकेले न जाएं। वन्यजीवों को उकसाने की कोशिश न करें। शाही क्षेत्र के बढ़ेपुरा गांव में वन्यजीव ने कई ग्रामीणों पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया था, जिसमें गुड्डी देवी ज्यादा घायल हुई थीं। इसके अलावा पूरनलाल व छेदालाल पर भी वन्य जीव ने झपट्टा मारा था, जिनको एंटी रैबीज का टीका लगवाया गया। सोमवार को मीरगंज क्षेत्र के रेंजर संतोष कुमार, डिप्टी रेंजर मुकेश कुमार, वन दरोगा आनंद सक्सेना आदि पहुंचे। उन्होंने घायल गुड्डी देवी सहित अन्य ग्रामीणों को फोटो दिखाकर वन्यजीव की पहचान करने का प्रयास किया। ग्रामीणों के साथ मौके पर खेतों में जाकर वन्यजीव के पंजों के निशान भी देखे। रेंजर संतोष कुमार ने बताया कि सियार व अन्य वन्यजीवों का प्रजनन काल चल रहा है, जो करीब अभी 15 दिन और चलेगा। प्रजनन में बाधक मानते हुए यह सियार आदि वन्यजीव हमलावर हो सकते हैं। वहीं ग्रामीणों में भेडिय़े की दहशत है। नवाबगंज तहसील क्षेत्र के गांव भानपुर में सोमवार रात वन्यजीव ने पिता-पुत्र को जख्मी कर दिया था। यहां के ग्रामीणों ने भी भेडिय़ा होने की बात कही।