मार्च का महीना है खास, धार्मिक त्योहारों का संगम
जबलपुर (जयलोक)। जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के साथ कल आगामी त्योहारों के मद्देनजर शांति समिति की बैठक का आयोजन जिला कलेक्टर दीपक सक्सेना की अध्यक्षता में किया गया। शांति समिति की बैठक में प्रमुख रूप से वर्तमान में शहर में सर्वाधिक अशांति फैला रहे दो विषयों पर एक मतेन प्रतिबंध लगाने की चर्चा हुई। यह दोनों विषय थे समाज और लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डाल रहे डीजे और शहर के यातायात व्यवस्था को हर गली मोहल्ले और मुख्य सडक़ पर अराजक अवस्थित बनाकर अशांति फैला रहे ई रिक्शों पर रोक लगाना।
इसी कड़ी में कलेक्टर दीपक सक्सेना और एसपी संपत उपाध्याय ने पुलिस कंट्रोल रूम में शांति समिति की बैठक आयोजित की। बैठक में पर्वों को शांति और सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाने के संबंध में आवश्यक चर्चा की गई। समिति के सदस्यों ने विशेष रूप से कहा कि पर्वों के दौरान धार्मिक स्थलों जैसे मंदिर-मस्जिद के आस-पास सफाई की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। साथ ही बिजली और पानी की आपूर्ति समुचित रूप से सुनिश्चित हो।
बैठक में शांति समिति के सदस्यों ने पूर्व में संपन्न हुये त्यौहारों के दौरान बिजली आपूर्ति की समुचित व्यवस्था करने के लिये विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों की सराहना की। सदस्यों ने कहा कि सभी धार्मिक पर्वों में जैसा प्रशासन का सहयोग मिलता है वैसा मिलता रहे।
रमजान के दौरान रातों में मस्जिद में आने-जाने में सुविधा हो इसके लिये विशेष व्यवस्था की अपेक्षा की गई। रामनवमी के दौरान पूजा के पूर्व सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाये। बैठक में शांति समिति के सदस्यों ने विशेष रूप से कहा कि डीजे और ई-रिक्शा पर अंकुश लगाया जाये, यातायात व पार्किंग की व्यवस्था सुनिश्वित की जाये।
पुुलिस अधीक्षक श्री उपाध्याय ने कहा कि आगामी त्यौहारों को लेकर थाना स्तर पर शांति समिति की बैठक शीघ्र होगी। उन्होंने यह भी कहा कि हेल्मेट और सीट बेल्ट लगाने के लिये अपने बच्चों को प्रेरित करें। वाहन पार्किंग के लिये अपने अंदर अनुशासन लाये। समिति के सदस्यों ने आगामी त्यौहारों को लेकर जो अपेक्षा की है उसे पूरा किया जायेगा। लेकिन जो कानून तोड़ेगा उसके खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्यवाही भी की जायेगी। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से कहा कि फील्ड का भ्रमण कर आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित करें।
भाजपा के नेता निगम मंडलों में नियुक्तियों की उम्मीद लगाए बैठे हैं
