सुबह प्रधान आरक्षक हरिओम ने नाविकों के साथ बचाई उसकी जान
जबलपुर (जय लोक)
ईश्वर जिसकी रक्षा करना चाहते हैं उसे किसी भी प्रकार का काल कभी भी मार नहीं पाता। इसी बात का एक उदाहरण कल जबलपुर के विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल भेड़ाघाट के धुआंधार में देखने को आया है। यहाँ पर एक 20 वर्षीय युवक देर शाम को घूमने के लिए पहुँचा। धुआंधार के पास फिसल जाने से वह नदी में गिर गया और तेज बहाव में करीब 1 किमी दूर तक बहता हुआ चला गया। इसी बीच उसने एक चट्टान को पकड़ लिया और पूरी रात इस चट्टान के सहारे जीवन और मौत के बीच का संघर्ष करता रहा। घटना के संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार भेड़ाघाट थाना क्षेत्र अंतर्गत कल देर शाम यह घटना हुई जिसका खुलासा आज सुबह हुआ। रामपुर छापर निवासी 20 साल के अरुण यादव पिता परम यादव अपनी स्कूटी से भेड़ाघाट पहुँचा था। वाहन स्टैंड में लगाने के बाद वह पैदल ही धुआंधार तक पहुँचा। नीचे उतरने पर उसका पैर फिसला और वह पानी में जा गिर गया। धुआंधार से गिरा युवक करीब 1 किमी दूर तक तेज बहाव में बहता हुआ बंदरकूदनी के पास तक पहुँच गया। एक चट्टान को पकड़ कर उसने किसी तरीके से अपनी जान बचाई और पूरी रात वहीं पर था। दूसरी ओर सुबह लापता हुए युवक के परिजन उसे ढूंढते हुए भेड़ाघाट पहुँचे और पुलिस को उसके लापता होने की सूचना दी। भेड़ाघाट थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक हरिओम परिजनों को लेकर धुआंधार की ओर पहुँचे और लोगों से पूछताछ कर ही रहे थे इसी बीच उन्हें यह जानकारी मिली कि एक युवक बीच पानी में चट्टान पकड़ कर लटका हुआ है। इसके बाद प्रधान आरक्षक हरिओम युवक को बचाने के लिए नाविकों के साथ मोटर बोट की मदद से उसके पास पहुँचे और एक रस्सी के सहारे चट्टान पडक़र लटके युवक तक पहुंचे। काफी जद्दोजहद के बाद स्थानीय नाविकों की मदद से युवक को बचाया जा सका। पानी में युवक कैसे गिरा और देर शाम को वह यहाँ क्यों आया था? इस संबंध में पुलिस जाँच कर रही है। फिलहाल युवा को उसके परिजनों के हवाले कर दिया गया है।