
जबलपुर (जयलोक)। शहपुरा अंतर्गत ब्रम्हकुंड घाट पर चोरी छुपे चल रहा रेत उत्खनन के इस कार्य का उस वक्त खुलासा हुआ जब कलेक्टर के निर्देश पर मायनिंग और बेलखेड़ा पुलिस कार्रवाही करने पहुँची। मौके से टीम को यहां 3 पोकलेन मशीन, एक डम्फर और 1 टे्रक्टर मिला। जिसे जप्त कर पुलिस आगे की कार्रवाही कर रही है। लेकिन खास बात यह है कि पुलिस को अब तक यह पता नहीं चल सका है कि यह वाहन किसके हैं। पुलिस और मायनिंग विभाग ने वाहन तो जप्त कर लिए हैं लेकिन मौके पर ना तो वाहन चालक पकड़े गए और ना ही वाहन स्वामियों का पता चल पा रहा है। वहीं वाहनों के नम्बर ना होने से भी पुलिस को परेशानी हो रही है।

कई दिनों से चल रहा था रेत उत्खनन का गोरखधंधा
सूत्रों का कहना है कि यहां रात के अंधेरे में कई दिनों से नदी से चोरी छुपे रेत निकालने का गोरखधंखा चल रहा था। लेकिन यह काम किसके इशारे पर चल रहा था यह पता नहीं चल पा रहा है। पुलिस भी इस मामले में कुछ भी कहने से बच रही है। फिलहाल तो पुलिस का कहना है कि वाहन मालिक का पता चलने के बाद आगे की कार्रवाही हो सकेगी। पुलिस आसपास के ग्रामीणों ने से भी इस संबंध में पूछताछ कर रही है।
यह था मामला
रेत के अवैध उत्खनन की यह शिकायत कलेक्टर दीपक सक्सेना को प्राप्त हुई थी। कलेक्टर श्री सक्सेना ने शिकायत पर तत्काल संज्ञान लेते हुए पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय से चर्चा कर जिला स्तर से प्रशासन एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकरियों की टीम गठित कर कार्यवाही के निर्देश दिये थे। रेत के अवैध उत्खनन की शिकायत पर जिला प्रशासन और पुलिस की संयुक्त टीम ने गुरूवार की शाम बड़ी कार्यवाही करते हुए शहपुरा तहसील के अंतर्गत ग्राम बेनखेड़ी के समीप नर्मदा नदी के ब्रम्हकुंड घाट से तीन पोकलेन मशीन, एक डम्फर और एक ट्रेक्टर जप्त किया है। अवैध रेत उत्खनन के इस प्रकरण में नर्मदा नदी से रेत की चोरी का प्रकरण भी कायम किया जा रहा है। इस टीम में अपर कलेक्टर नाथूराम गोंड, एसडीएम जबलपुर अभिषेक सिंह ठाकुर, डिप्टी कलेक्टर कुल्दीप पारासर, सीएसपी रांझी सतीश साहू एवं सीएसपी पाटन लोकेश डाबर को शामिल किया गया था। जप्त की गई पोकलेन मशीनों, डम्फर और ट्रेक्टर को बेलखेड़ा थाने में रखा गया है।

कई दिनों से निकाली जा रही थी रेत, मायनिंग और पुलिस बेखबर
वहीं इस मामले में यह भी कहा जा रहा है कि ब्रम्हकुंड घाट से कई दिनों से रेत निकालने का यह काम चल रहा था लेकिन इस बात की खबर ना तो पुलिस को थी ना ही मायनिंग विभाग को। कलेक्टर को इस बात की खबर लगते ही उन्होंने कार्रवाही के आदेश दिए। जिसमें पोकलेन मशीने, डम्पर और टे्रक्टर जप्त किए गए हैं। इस कार्रवाही में पुलिस और मायनिंग विभाग पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। रेत से भरे वाहन रात के अंधेरे में यहां से गुजर रहे थे। लेकिन यह ना तो मायनिंग विभाग को दिखाई दिए ना ही पुलिस को।

Author: Jai Lok
