
जबलपुर (जय लोक)। किसी भी जिले के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, निगमायुक्त ये तीन अधिकारी शहर को हर प्रकार की बेहतर व्यवस्था के लिए जिम्मेदार होते हैं। सुखद बात यह है कि एक बार फिर शहर में इन तीन अधिकारियों की त्रिमूर्ति का बेहतर समन्वय नजर आ रहा है और इस त्रिमूर्ति ने शहर हित में बड़ा और सख्त कदम उठाने का निर्णय लेकर शहर की सडक़ों को अतिक्रमणों से मुक्त करने का जिम्मा उठाया है। कल मध्य प्रदेश के स्थापना दिवस यानि एक नवंबर से यह कार्यवाही बड़े स्तर पर पूरे शहर में प्रारम्भ होने जा रही है। आम जनता के साथ ही सकारात्मक सोच वाले व्यापारी और प्रबुद्धजन भी इस निर्णय और चालू हो रही मुहीम की सराहना कर रहे हैं। बस अब देखना यह है कि सस्ती नेतागिरी मेरा आदमी-तेरा आदमी कर इस मुहीम पर ग्रहण ना लगाए।

दोबारा कब्जा हुआ तो अधिकारियों की जिम्मेदारी तय, होगी कार्यवाही
शहर की यातायात व्यवस्था को दुरूस्त करने एवं यातायात में बाधक अतिक्रमणों को हटाने 1 नवम्बर से वृहद स्तर पर मुहिम चलायी जायेगी। जिला प्रशासन पुलिस और नगर निगम द्वारा चलाई जाने वाली मुहिम के तहत पूरे शहर में सडक़ों से यातायात में बाधक अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की जायेगी। एक बार अतिक्रमण हटाने के बाद दोबारा सडक़ों पर अवैध कब्जा न हो इसके लिए नगर निगम, पुलिस एवं राजस्व अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जायेगी। जिसकी लापरवाही उगाजर होगी उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी ।
यह निर्णय कलेक्टर राघवेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई बैठक में लिया जा चूका है। बैठक में पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय, नगर निगम आयुक्त रामप्रकाश अहिरवार मुख्य रूप से मौजूद थे और इन्हीं तीन अधिकारियों के द्वारा शहर को साफ़ करने की यह बड़ी कार्यवाही की जाएगी।
पहले करेंगे लोगों को जागरूक
बैठक में स्पष्ट किया गया कि यातायात में बाधक अतिक्रमण को हटाने की इस मुहिम का मुख्य उद्देश्य केवल आवागमन को सुगम करना है। यातायात में बाधक अतिक्रमण को हटाने के पहले शहर के मुख्य बाजारों, चौराहों एवं प्रमुख स्थानों पर मुनादी के द्वारा लोगों को जागरूक किया जायेगा तथा अतिक्रमणकारियों को स्वयं अपने अतिक्रमण हटाने के लिए प्रेरित किया जायेगा।
बैठक में यह भी स्पष्ट किया गया कि यातायात में बाधक अतिक्रमण को हटाने की इस मुहिम का उद्देश्य ठेले, टपरे मुक्त करना नहीं है, बल्कि इसका एकमात्र मकसद शहर के यातायात को दुरूस्त करना है, ताकि लोगों को आवागमन में कोई परेशानी न हो।

गढ़ा और ग्वारीघाट क्षेत्र से होगी शुरुआत
इस मुहिम की शुरूआत गढ़ा और ग्वारीघाट क्षेत्र से की जायेगी, इसके बाद पूरे शहर में यह अभियान चलाया जायेगा। बीच-बीच में इसकी नियमित तौर पर समीक्षा भी होगी तथा कमियों को दूर करने के प्रयास किये जायेंगे। अतिक्रमणों को हटाने की मुहिम के साथ ही चौराहों और रोटरी से अवैध होर्डिंग एवं पोस्टर, बैनर भी हटाये जायेंगे, ताकि सहज दृश्यता बनी रहे। यातायात में बाधक अतिक्रमणों को हटाने की इस मुहिम में जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जायेगी। इसके साथ ही सर्विस रोड और फुटपाथ को भी अतिक्रमणों से मुक्त किया जायेगा। लेफ्ट टर्न पर वाहनों की मरम्मत के लिए बने गैरिजों को हटाने की कार्यवाही भी की जायेगी।
छोटे व्यापारियों को वैकल्पिक स्थान देने पर होगा विचार
यातायात में बाधक अतिक्रमण हटाने से प्रभावित होने वाले ठेले, टपरे और सडक़ के किनारे बैठकर रोजी-रोटी कमाने वाले को वैकल्पिक स्थान भी उपलब्ध कराने पर भी विचार किया गया। इसके लिए बैठक में मौजूद राजस्व अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में वेंडर जोन के लिए स्थान चिन्हित करने के निर्देश दिये गये हैं। शहर में व्यस्ततम बाजारों से ऐसे बिजली के खंबे हटाने के निर्देश भी बैठक में दिये गये जो अनुपयोगी हैं तथा जिनकी आड़ में सडक़ों पर अतिक्रमण कर लिये गये हैं।
बैठक में पैदल आने जाने वाले मार्गों पर बैरिकेटिंग होगी, रद्दी चौकी जैसे टी-जंक्शन प्वाइंट पर पचास मीटर आगे और पचास मीटर पीछे की सडक़ को अतिक्रमण मुक्त किया जायेगा , अवैध रूप से आगे बढ़ाकर बनाये गये मकानों के छज्जों को भी हटाया जायेगा, बिजली चोरी करने वालों पर भी कार्यवाही होगी, इसी प्रकार भंवरताल, मानस भवन और सिविक सेंटर में बने मल्टी लेवल पार्किंग के 300 मीटर दायरे में नो पार्किंग जोन बनाया जायेगा, नो पार्किंग के लिए चिन्हित क्षेत्रों से वाहनों को क्रेनों से हटाने की नियमित कार्यवाही की जायेगी तथा वाहन मालिकों पर चालानी कार्यवाही के साथ-साथ वाहनों को उठाने का शुल्क भी वसूला जायेगा।
कार्यवाही करें लेकिन छोटे व्यापारियों का नुकसान ना हो
कलेक्टर राघवेन्द्र सिंह एवं पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय ने स्पष्ट किया कि यातायात में बाधक अतिक्रमणों को हटाने के दौरान कहीं विवाद की स्थिति न पैदा हो इसके लिए अतिक्रमण हटाने गये अमले को सतर्क रहना होगा। ऐसी कोई गतिविधि नहीं होनी चाहिए जिससे छोटे व्यापारियों को किसी प्रकार का कोई नुकसान हो।
पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय ने बताया कि मुहिम शुरू करने के पहले शहर के प्रमुख बाजारों में शुरूआत के दो-तीन दिन एनाउंसमेंट कर लोगों को कार्यवाही के प्रति जागरूक किया जायेगा। इसके बाद यातायात से बाधक अतिक्रमणों को हटाने की कार्यवाही की जायेगी, फिर वन-वे ट्राफिक की व्यवस्था की जायेगी। बैठक में नगर निगम आयुक्त रामप्रकाश अहिरवार ने यातायात में बाधक अतिक्रमणों को हटाने की कार्ययोजना की विस्तार से जानकारी दी। मुहिम का पहला चरण कल से प्रारम्भ किया जायेगा।
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Author: Jai Lok







