
जबलपुर (जयलोक)। शहर की राशन दुकानों में सड़ा हुआ और घुना हुआ अनाज पहुँच रहा है। जिसका उदाहरण मोतालाल नेहरू वार्ड की दो राशन दुकानों में देखने को मिला। जिसका खुलासा होने के बाद यहां जमकर हंगामा हुआ। पार्षद और खाद्य विभाग के अमले ने एक-दूसरे को दोषी ठहराया, पर अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि किसकी गलती से खराब अनाज राशन दुकानों तक पहुँचा। हितग्राहियों की शिकायत पर दुकानें खुलवाकर जांच की गई तो चावल की बोरियों में इल्लियां लगी हुई थीं और गेहूं में घुन लगी थी। मामला सामने आने के बाद जिला फूड कंट्रोलर को सूचना दी गई। एरिया इंस्पेक्टर जांच के लिए मौके पर पहुँचे।

राशन दुकान के संचालकों ने बताया कि 27 और 28 सितंबर की शाम वेयर हाउस से उनकी दुकानों में अनाज पहुंचा था, लेकिन दूसरे ही दिन जब हितग्राही राशन लेने पहुंचे तो अनाज में कीड़े लगे देखकर संचालकों ने संबंधित अधिकारियों को जानकारी दी और माल बदलने की बात कही, लेकिन अधिकारियों ने दशहरे के बाद अनाज बदलने के लिए कहा लेकिन अब तक नहीं बदला गया।
क्षेत्रीय पार्षद शफीक हीरा ने आरोप लगाया कि जाँच के लिए पहुँचे फूड इंस्पेक्टर ने शिकायत पर जांच तो शुरू की लेकिन सारी गलती राशन दुकान संचालकों पर थोप दी। वहीं जिला फूड कंट्रोलर अधिकारी आरडी साकेत का कहना है कि पार्षद शफीक हीरा ने दोपहर को जब उन्हें फोन किया था तो राशन दुकान संचालकों द्वारा हितग्राहियों को चावल नहीं देने की बात कही थी, लेकिन जब एरिया इंस्पेक्टर मौके पर पहुंचे और नियमानुसार जांच शुरू की तो पार्षद राशन दुकानों के संचालकों का पक्ष लेकर बेवजह के आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे। श्री साकेत का कहना है कि इस मामले की जांच की जा रही है और तथ्यों के आधार पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।

Author: Jai Lok







